कोटा, नवप्रदेश। राजस्थान में दिल झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक कलयुगी मां ने अपने बीमार बेटे को नया जीवन देने के लिए अपनी ही सगी बेटी की बलि दे दी। मामले में पुलिस ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर लिया (Blindfaith) है।
मामला राजस्थान के कोटा जिले के अंता इलाके का है। पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला ने अपनी 12 वर्षीय बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस ने आरोपी रेखा हाड़ा को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ (Blindfaith) की।
आरोपी महिला ने बताया कि उसका बड़ा बेटा बीमार रहता था। उसके दिल में छेद था। उसकी तबियत को लेकर वो बेहद परेशान थी। ऐसे में उसे सपना भी आने लगा कि बेटे को बचाना है तो किसी एक कि बलि देनी होगी। जिसके बाद उसने वारदात को अंजाम (Blindfaith) दिया।
पुलिस पूछताछ में महिला के पति ने बताया कि बेटे से वह बहुत प्यार करती है। उसकी तबियत को लेकर वह मानसिक रुप से परेशान रहने लगी। एक दिन सोते वक्त उसने उस पर भी धारदार हथियार से हमला कर दिया
लेकिन नींद खुल जाने की वजह से वह बच गया। जिसके बाद उसने 12 वर्षीय बेटी संजना और 7 वर्षीय छोटे बेटे सिंघम पर भी हमला कर दिया। इस हमले में छोटा बेटा बच गया लेकिन बेटी बच न सकी। उसने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।