रायपुर/नवप्रदेश। Cabinet Politics : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कैबिनेट की बैठक में प्रदेश की जनता को पेट्रोल में 1 फीसदी और डीजल में 2 फीसदी वैट में कमी करने का निर्णय लिया। साथ ही प्रदेश के सभी स्कूलों में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए 100 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थिति की भी बात कही। राज्य सरकार के दोनों ही निर्णय पर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल भाजपा को ऐतराज है।
आम जनता को नहीं मिली राहत
राज्य सरकार के निर्णय पर नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Cabinet Politics) ने तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को राज्य सरकार से काफी उम्मीदें थी। लेकिन उसमें पूरी तरह से पानी फिर गया है। उन्होंने कहा की खोदा पहाड़ निकली चुहिया कहावत राज्य सरकार पर पूरी तरह से फिट बैठती है।
राज्य सरकार ने वैट टैक्स नाम मात्र का काम किया। 1 या 2 फीसदी कम करने से कोई ख़ास अंतर आम जनता को नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कम किए जाने के तर्ज पर वेट को भी 5 से 10 रुपए कम किया जाना था। लेकिन राज्य सरकार के निर्णय से प्रदेश की जनता को निराशा है और कोई भी लाभ उन्हें नहीं मिलेगा। राज्य सरकार केवल प्रदेश की जनता को छलने का ही काम कर रही है।
सावधानी पर रखना होगा ध्यान
स्कूल खोले जाने के निर्णय पर धरमलाल कौशिक ने कहा कि स्कूलों में सावधानी बरतने (Cabinet Politics) की सबसे ज्यादा जरूरत है। अभी कोरोना का प्रकोप छत्तीसगढ़ से पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने प्रकरण और मौत की ओर इंगित करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में सभी को आजाद करना या खुला छोड़ देना दिक्कतों को दावत देने के बराबर है।
यही आगे चलकर परेशानियों का सबब बनेगा। यही कारण है कि अधिकतम सावधानी की आवश्यकता है। गाइडलाइन और प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए स्कूलों में नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाना चाहिए, ताकि बच्चे सुरक्षित रहें।