-बीजेपी ने हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी और सह-प्रभारी नियुक्त किए
नई दिल्ली। BJP started preparations for assembly elections: हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इस साल चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे। इसमें महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। इस बीच बीजेपी आलाकमान ने इन चारों राज्यों के लिए नए चुनाव प्रभारी और सह-प्रभारी नियुक्त किए हैं। भूपेन्द्र यादव को महाराष्ट्र का प्रभारी बनाया गया है, जबकि अश्विनी वैष्णव सह-प्रभारी के रूप में काम करेंगे।
वहीं हरियाणा में धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी बनाया गया है जबकि विपलव कुमार देव सह प्रभारी होंगे। साथ ही शिवराज सिंह चौहान झारखंड के प्रभारी होंगे। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और सह-प्रभारी उनकी सहायता करेंगे। इसके साथ ही जी किशन रेड्डी को जम्मू-कश्मीर का प्रभारी बनाया गया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से की गयी है।
जम्मू-कश्मीर में 30 सितंबर से पहले चुनाव की संभावना
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए 30 सितंबर से पहले मतदान होने की संभावना है। इसके बाद बाकी तीन राज्यों में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। यहां पिछला विधानसभा चुनाव 2024 में हुआ था। बीजेपी और पीडीपी की गठबंधन सरकार बनी लेकिन जून 2018 में ये सरकार गिर गई।
झारखंड-महाराष्ट्र-हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव
झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है। इन तीनों राज्यों की मौजूदा स्थिति की बात करें तो हरियाणा में बीजेपी की सरकार है। नायब सिंह सैनी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। लोकसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन से इस बार भी कांग्रेस का मनोबल बढ़ा हुआ है। उन्होंने हरियाणा में सरकार बनाने का दावा किया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों का नुकसान हुआ जबकि कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली। 2019 में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली।
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन हैं। दूसरी ओर महाराष्ट्र में महागठबंधन की सरकार है। राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं। उन्हें बीजेपी और अजित पवार गुट का समर्थन हासिल है।