रायपुर/नवप्रदेश। BJP Response : प्रदेश में बढ़ते अपराध पर नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक ने फिर कांग्रेस सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में अपराध की घटनाएं बढ़ते जा रहे है और पुलिस असहाय हो चली हैं। इसका जीता जागता उदाहरण है कि राजधानी रायपुर में अपराधी, पुलिस के जवान पर जानलेवा हमला कर देते हैं। यह घटना पुलिस के मनोबल को गिराने वाली घटना है। साथ ही उन्होंने पंचायत कर्मी के परिजनों द्वारा अनुकंपा की मांग को लेकर धरनारत को लेकर पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार को महिला शक्ति की जरा भी चिंता नहीं है।
लगातार बढ़ते अपराध का कारण है अवैध शराब
उन्होंने कहा कि गौरेला में एक युवा द्वारा अपने ही मित्र की हत्या नशे के हालत में कर दी जाती है। जिस बात को लेकर हम लगातार कह रहे है कि अवैध शराब के कारण प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस पर अंकुश लगाने में प्रदेश की सरकार पूरी तरह से नाकाम है। उन्होंने कहा कि जब पुलिस पर इस तरह से अपराधी हमला कर दे तो पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है। प्रदेश में हर तरफ अपराध का ग्राफ बढ़ा है। जिस पर अंकुश में पुलिस नाकाम है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री को पुलिस के कामकाज की समीक्षा (BJP Response) कर अपराध मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के दिशा में आवश्यक निर्देश देना चाहिये। जिस तरह से प्रदेश के सभी जिलों में भय का वातावरण बनता जा रहा हैं। इससे आम जन मानस और अधिक भयभीत है। अब तो अपराधियों में पुलिस का भय ही खत्म हो गया है। जिसके कारण ही अपराध बेकाबू है और अपराधियों को मनोबल लगातार मजबूत होता जा रहा है। जिसके चलते प्रदेश में अपराधिक वारदातें लगातार बढ़ रही है।
महिला शक्ति की जरा भी नही चिंता
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के दिवंगत पंचायत कर्मी के परिजन अनुकंपा की मांग को लेकर धरनारत है। प्रदेश की सरकार को महिला शक्ति की जरा भी चिंता नहीं है। पहले तो पेंशन देने का वादा किया था लेकिन उसे देने में असफल कांग्रेस की सरकार केवल मात्र छलावा कर रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत कर्मियों के परिजनों की मांग जायज है। उन्हें तत्काल अनुकंपा नौकरी देने के दिशा में पहल किया जाना चाहिये।
पूरे प्रदेश से पंचायत कर्मियों के परिजन धरना देकर प्रदेश सरकार से अनुकंपा नियुक्त की मांग रह रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष कौशिक (BJP Response) ने कहा कि इसी तरह से विद्या मितानों के साथ प्रदेश की सरकार अन्याय कर रही है। जिन्हें नौकरी के निकाला जा रहा है। जब प्रदेश सरकार किसी भी युवा को नौकरी नहीं दे सकती तो उन्हें नौकरी से निकालने का भी अधिकार नहीं है। प्रदेश की सरकार कर्मचारियों के हितों की जरा भी चिंता नहीं कर रही है बल्कि उन्हें प्रताडि़त कर रही है। जिसकी हम निंदा करते हैं।
शिक्षकों की विधवाओं का संघर्ष
आपको बता दें कि रायपुर में मृतक पंचायत शिक्षकों की विधवाएं एक पखवाड़े से अधिक समय से धरना प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान कल यानी शुक्रवार को उन्होंने सीएम हाउस का घेराव करने की कोशिश की थी, लेकिन श्याम टॉकीज के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया। महिलाओं ने विरोध किया तो पुलिस ने बैरीकेड से खींचकर महिलाओं को खदेडऩा शुरू कर दिया। इस धक्का-मुक्की में एक महिला बेसुध भी हो गई थी। अब ये महिलाएं आमरण अनशन करने की तैयारी कर रही हैं।
इस मांग पर अड़ी हैं महिलाएं
दिवंगत शिक्षकों की पत्नियां 12वीं पास हैं, किसी ने बीएड भी किया है। अब इन्हें टीजर एजिबिलिटी (BJP Response) टेस्ट, डीईडी के बिना अनुकम्पा नियुक्ति न दिए जाने का नियम बताया जा रहा है। दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकम्पा संघ की अध्यक्ष माधुरी मृगे ने बताया कि चुनाव के समय कांग्रेस के बड़े नेताओं ने कहा था कि सरकार बनने के बाद नियमों को शिथिल करेंगे। हम चाहते हैं कि जिसकी जैसी योग्यता है उसे वैसा रोजगार सरकार दे दे।

