-पहले चरण में खराब प्रदर्शन से पार्टी नेतृत्व नाखुश
नई दिल्ली/रायपुर/नवप्रदेश। BJP membership drive: बीजेपी सदस्यता अभियान में प्रदेश और नेताओं की बेरुखी से पार्टी नेतृत्व नाराज है। पहले चरण का सदस्यता अभियान 3 सितंबर को शुरू हुआ और 25 सितंबर को समाप्त हुआ। बीजेपी ने इन 23 दिनों में करीब 6 करोड़ सदस्य बनाए जो उम्मीद से काफी कम है। 25 सितंबर को पार्टी संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर 1 करोड़ नए सदस्य जोडऩे का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह पूरा नहीं हो सका। पार्टी नेताओं की कोशिशों के बावजूद उसने 25 सितंबर तक 8.3 लाख सदस्य बनाए, जो लक्ष्य से 1.7 लाख कम है।
छत्तीसगढ़ में 20 प्रतिशत बढ़ा सदस्यता अभियान टारगेट
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को राजधानी रायपुर पहुंचे थे। उनके लौटते ही शुक्रवार को प्रदेश भाजपा प्रभारी नितिन नबीन एक्टिव हो गए। उन्होंने प्रदेशभर के नेताओं (BJP membership drive) की बैठक बुला ली। इस बैठक में उन्होंने नेताओं से कहा है कि हर जिले को अब 20 प्रतिशत एक्स्ट्रा सदस्य बनाने होंगे। पुराने टारगेट से यह टारगेट बढ़ा दिया गया है। पूरे छत्तीसगढ़ में 50 लाख सदस्य भाजपा बना रही थी। जेपी नड्डा आए और यहां के नेताओं से कह दिया 50 नहीं 60 लाख सदस्य बनाने होंगे। इसी वजह से अब प्रदेश के नेताओं पर टारगेट का दबाव बढ़ चुका है।
चार राज्यों का प्रदर्शन खराब
सदस्यता अभियान में खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों की सूची में राजस्थान, तेलंगाना, कर्नाटक, बिहार जैसे राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में नेताओं को सदस्यता अभियान में संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है। बिहार में 32 लाख सदस्य हैं, राजस्थान में 26 लाख सदस्य हैं और तेलंगाना में 10 लाख से कम सदस्य हैं। इन राज्यों ने सदस्यता के लक्ष्य का 50 फीसदी भी पूरा नहीं किया है। 25 सितंबर को बीजेपी के सदस्यता अभियान के पहले चरण में 6 करोड़ सदस्य सिर्फ 4 राज्यों में बने हैं, जिनमें आधे से ज्यादा सदस्य हैं।
लक्ष्य अधूरा, नेतृत्व परेशान
यूपी, गुजरात, मध्य प्रदेश और असम राज्यों ने 3 करोड़ से ज्यादा सदस्य बनाए हैं। डेढ़ करोड़ से अधिक सदस्य अकेले उत्तर प्रदेश से हैं। यूपी में 2 करोड़ सदस्य अभियान (BJP membership drive) का लक्ष्य था। जिसमें उन्हें 65 फीसदी सफलता हासिल हुई। दूसरे स्थान पर गुजरात और मध्य प्रदेश हैं। इन दोनों राज्यों में कुल मिलाकर 1 करोड़ से अधिक सदस्य हैं। गुजरात और मध्य प्रदेश ने 75 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है। असम तीसरे स्थान पर है और वहां 50 लाख से अधिक सदस्य पंजीकृत हैं। असम को 65 लाख सदस्य पंजीकरण का लक्ष्य दिया गया था, दिए गए लक्ष्य का 85 प्रतिशत असम ने हासिल कर लिया।
छोटे राज्यों में सबसे अच्छा प्रदर्शन
छोटे राज्यों में सबसे अच्छा प्रदर्शन हिमाचल, अरुणाचल और त्रिपुरा का है। त्रिपुरा में 10 लाख से अधिक सदस्य पंजीकृत थे। अरुणाचल प्रदेश में 65 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। हिमाचल प्रदेश में 75 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। उत्तराखंड में सदस्य पंजीकरण अभियान 10 लाख का आंकड़ा पार कर चुका है। सदस्य पंजीकरण अभियान में दिल्ली देश के सभी शहरों में नंबर एक पर है। दिल्ली में 14.5 लाख बीजेपी के सदस्य बन चुके हैं।
दूसरे सदस्य पंजीकरण चरण पर विशेष ध्यान
अब सदस्य पंजीकरण अभियान के दूसरे चरण में भाजपा युवा मोर्चा का विशेष फोकस है। 27 सितंबर को राष्ट्रीय युवा मोर्चा के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें सदस्यता अभियान (BJP membership drive) में पहल करने को कहा गया। युवा मोर्चा ने कॉलेजों, संस्थानों में विशेष अभियान चलाकर युवा कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोडऩे का संकल्प लिया है। भाजपा सदस्य पंजीकरण में 35 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को भाग लेने के लिए कहा गया है। विधानसभा चुनावों के कारण महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और झारखंड जैसे राज्यों को सदस्य पंजीकरण अभियान से बाहर रखा गया है।