रायपुर/नवप्रदेश। BJP-Congress Attack : छत्तीसगढ़ के 15 निकायों में हुए आम चुनाव और उप निर्वाचन में कांग्रेस ने बाजी मार ली है। कांग्रेस अब नगर निगमों में महापौर, नगर पालिका व नगर पंचायत में अध्यक्ष के चयन के लिए जोर आजमाइश में लग गई है। इसके लिए निकाय प्रभारियों को जिम्मेदारी दी गई है, जो बैठक में नाम तय करेंगे।
इधर मतगणना के बाद भाजपा ने जनादेश को तो स्वीकार कर लिया लेकिन कांग्रेस को मिली जीत को भाजपा ने सत्ता और धन बल का आधार माना है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़ का आगाज़ है, जिसे भाजपा कार्यकर्ता अपने पुरुषार्थ व पराक्रम से आगामी विधानसभा चुनावों में अंज़ाम तक पहुँचाएंगे। विष्णुदेव साय ने कहा कि चुनाव परिणाम बताते हैं कि कांग्रेस के प्रति जन विश्वास में भारी कमी आई है और प्रदेश के मतदाता एक बार फिर भाजपा के प्रति अपने रुझान का प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा जनादेश का सम्मान करते हुए अपने लिए जनता द्वारा निश्चित की गई भूमिका के निर्वहन के लिए प्रस्तुत है।
भाजपा ने दी कड़ी चुनौती : साय
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि(BJP-Congress Attack) वादाख़िलाफ़ी, छल-कपटपूर्ण राजनीतिक आचरण, मतदाताओं के साथ की गई धोखाधड़ी और हर मोर्चे पर प्रदेश सरकार की विफलताओं से प्रदेशवासी इतने त्रस्त हो चले हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रवींद्र चौबे के अपने गृह ज़िले में उसे भाजपा ने कड़ी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता को दरकिनार कर कांग्रेस ने इन चुनावों में भी अपने अलोकतांत्रिक आचरण का प्रदर्शन करते हुए सत्ता-बल की धौंस दिखाकर तमाम हथकंडे अपनाए।
बैलेट पेपर बना कांग्रेस का तारणहार
बैलेट पेपर के सहारे दशकों तक सत्ता पर क़ाबिज़ रही कांग्रेस ने इसीलिए प्रदेश में अपनी बदनीयती का परिचय देते हुए एक बार फिर बैलेट पेपर के सहारे नगरीय सत्ता पर क़ाबिज भले हो गई है, लेकिन वह इस मुग़ालते में क़तई न रहे कि इस हार से भाजपा कार्यकर्ताओं के मनोबल टूट जाएगा। भाजपा कार्यकर्ता दुगुनी ताक़त से कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़ के लिए स्वयं को तत्पर रखेंगे। साय ने कहा कि सत्ता के दबाव, प्रलोभन, मतदान केंद्र में घुसकर और स्ट्रांग रूम में घुसकर, प्रयुक्त मतपत्र की मोबाइल से ली गई फोटो वायरल करने और तमाम हथकंडों के मद्देनज़र भाजपा चुनाव आयोग से कार्रवाई की अपेक्षा रखती है।
अजय, रमन के बिगड़े बोल ने की भाजपा की दुर्गति : सुशील आनंद
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सभी आरोपों (BJP-Congress Attack)पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार किया है। उनकी माने तो नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा की दुर्दशा के लिये रमन, अजय की धमकी जिम्मेदार है। जनता ने रमन सिंह और अजय चंद्राकर के दंभ को नकार दिया। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेता सिर्फ सामाजिक समरसता बिगाड़ने का काम कर रहे थे। रमन सिंह कलेक्टर, एसपी को धमका कर परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे थे। अजय चंद्राकर लोगो को जिन्दा बच कर नहीं जाने देने की धमकी दे रहे थे, वे हाथ पैर काटकर फेक देने की भी चेतावनी तक दे डाले।
भाजपा नेताओं को देना चाहिए इस्तीफा
बीरगांव में भाजपा की जीत के बड़े दावे करने वाले अजय चंद्राकर हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा के बड़े नेताओं के बिगड़े बोल को प्रदेश की जनता ने पसंद नहीं किया। रमन सिंह अपने निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव का वार्ड नहीं बचा पाये और न ही वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर अपने निर्वाचन क्षेत्र कुरूद में वार्ड नहीं बचा पाये। भाजपा की राष्ट्रीय प्रभारी डी.पुरंदेश्वरी, नितिन नवीन वार्डो में पैदल घूम कर भी भाजपा की दुर्दशा को नहीं रोक पाये।संचार प्रमुख शुक्ला ने भाजपा से पुछा कि अब पराजय के बाद चुनाव परिणाम कंग्रेस सरकार के खिलाफ आने का दंभ भरने वाले नितिन नवीन, विष्णुदेव साय हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार कर अपने-अपने पदों से इस्तीफा कब देंगे?
सांप्रदायिक तनाव को बनाया जरिया
संचार अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP-Congress Attack)ने कवर्धा की घटना से छत्तीसगढ़ की शांतिप्रिय धरती में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का भरपूर प्रयास किया। प्रदेश भर में रैलिया निकाल कर प्रदेश के माहौल को खराब करने की कोशिश किया गया। राज्य की जनता ने भाजपा के सांप्रदायिक एजेन्डे को नकार दिया। भाजपा ने प्रदेश में धर्मातरण के झूठे प्रोपोगंडा के खिलाफ भी मतदान किया। इन चुनाव परिणामों से जनता ने बता दिया विकास कार्य रचनात्मक राजनीति का विकल्प नकारात्मकता और झूठे मुद्दे नहीं हो सकते।