बिहार चुनाव में मिली प्रचंड जीत के बाद उत्साहित भाजपा की नजर अब सीधे बंगाल (BJP Bengal Mission) पर है, जहां महज़ पांच महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बिहार में मिले राजनीतिक बढ़त को अब भाजपा बंगाल में भुनाने की तैयारी में लग चुकी है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व साल खत्म होने से पहले ही बंगाल की धरती पर चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी में है ।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा के कई शीर्ष नेता दिसंबर से बंगाल के लगातार दौरे करेंगे और बड़े पैमाने पर जनसभाएं आयोजित करेंगे।
केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बताया कि राज्य नेतृत्व ने पीएम मोदी से बंगाल (BJP Bengal Mission) के विभिन्न हिस्सों में 10 मेगा रैली करने का अनुरोध किया था। इनमें से तीन रैलियां पहले ही हो चुकी हैं, जबकि बाकी रैलियों का शेड्यूल दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह समेत कई वरिष्ठ नेता भी जल्द ही बंगाल में व्यापक दौरा करेंगे।
उधर, बंगाल में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक सुनील बंसल ने कहा कि दिसंबर से राज्य के हर जिले में भाजपा तृणमूल कांग्रेस सरकार के कथित कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर उतरकर तीखा विरोध प्रदर्शन करेगी (Anti-TMC Campaign)।
चुनाव से पहले जनसंपर्क अभियान को आक्रामक बनाने के लिए उन्होंने राज्य भाजपा नेताओं को निर्देश दिया है कि हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम तीन दिन बिताएँ, बूथ स्तर तक जाकर कार्यकर्ताओं से संवाद करें और मजबूती पैदा करें। शुक्रवार को प्रदेश भाजपा की महत्वपूर्ण सांगठनिक बैठक में बंसल ने स्पष्ट कर दिया कि आने वाले 90 दिन बंगाल चुनाव का गेम सेट करेंगे। भाजपा का लक्ष्य है— “बिहार के बाद अब बंगाल फतह”।

