रायपुर/नवप्रदेश। Biranpur Massacre & CBI Investigation : कांग्रेस के संचार प्रमुख और पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि बीरनपुर हत्याकांड और पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच से कांग्रेस क्यों घबराई हुई। उन्होंने खुली चुनौती देते हुए कहा- पहले भूपेश अपनी जेब से झीरम का सबूत निकाले तो सीबीआई जांच हो जाएगी बीरनपुर में भुनेश्वर साहू की हत्या के सीबीआई जांच से कांग्रेस की बौखलाहट इसकी तुष्टिकरण का परिचायक है। बीजेपी बोली- साहू समाज और आदिवासी समाज से कांग्रेस घृणा करती है। इसलिए सीबीआई जांच का स्वागत करने के बजाए निंदा कर रहे हैं।
केदार गुप्ता ने कहा भूपेश और कांग्रेसियों ने अपने सगे-संबंधियों को डिप्टी कलेक्टर बनाने के साथ ही बाकी बचे पदों के लिए कांग्रेस ने पूरी मंडी सजाई थी, एक-एक पोस्ट को 50 लाख से 1 करोड़ रुपए में बेच डाले। इसका भी जवाब कांग्रेस को देना चाहिए, इसके कौन जिम्मेदार था। लेकिन कांग्रेस की असलियत अब सीबीआई जांच के शुरू होने से जनता के सामने आ जाएगा कि बीरनपुर कांड और पीएससी घोटाले में किसकी भूमिका थी।
सारे दोषियों को जेल की हवा खाना ही होगा। भाजपा ने बीरनपुर हत्याकांड और पीएससी भर्ती घोटाले के लिए सदन से सड़क तक संर्घष किया था। केदार गुप्ता ने कहा- भुवनेश्वर साहू के पिता को भाजपा ने विधायक बनाया ताकि वे साहू समाज ही नहीं अन्य वर्गों के न्याय के लिए भी न्याय की लड़ाई लड़ते रहें। लेकिन कांग्रेस ने साहू समाज के प्रति हमेशा सतौला व्यवहार किया है।
केदार गुप्ता ने कांग्रेस पर दागे सवाल
- भूपेश बघेल के जेब से पांच साल सत्ता में रहते हुए झीरमकांड का सबूत क्यों नहीं निकला। अगर भूपेश बघेल अपने जेब से सबूत निकाल दें तो सीबीआई भी हो जाएगी ?
- इसके पहले भूपेश बघेल बताएं झीरमकांड का वह कौन सा सबूत है, जिसे निकालने वे पांच साल तक डरते रहे। झीरमकांड को अंजाम दिलवाने वाले उनके खास माओवादी रूपी कांग्रेसी तो कहीं जिम्मेदार तो नहीं थे?
- जब झीरमकांड में उनके नेता मारे गए थे, तो उस कांग्रेस विधायक कवासी लखमा कैसे घटना होने से पहले ही मोटर साइकिल से भाग गए थे। इस सवाल को चरणदास महंत ने भी अस्पताल में कवासी लखमा से पूछा था कि तू जानता था तो वहां से क्यों लेकर गया था?
- ऐसा विडियो आज भी ओटीटी प्लेटफार्म में ट्रेंड कर रहा है। भाजपा ने कहा भूपेश को पता है कि अगर झीरमकांड का सबूत उनके जेब से निकला तो कहीं उनके ही नेता चपेट में आ जाएंगे। इसका असली सच क्या है जनता जानना चाहती है।