बिलासपुर शहर के अग्रसेन चौक के पास रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कथित प्रताड़ना से तंग आकर 27 सितंबर को ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या (Bilaspur Suicide Case) कर ली। घटना के बाद मिले सुसाइड नोट और मोबाइल स्क्रीन पर लिखे संदेशों से खुलासा हुआ कि नोयडा में रहने वाली एक युवती पिछले कई महीनों से उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रही थी। मामले की जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने युवती के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज कर लिया है। अब पुलिस उसकी लोकेशन और अन्य विवरण जुटाने में लग गई है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साकेत अपार्टमेंट में रहने वाले गौरव सवन्नी (30) सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और नोयडा की एक आईटी फर्म में कार्यरत थे। कुछ समय से वह घर पर रहकर वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। 27 सितंबर की दोपहर वे किसी बात से आहत होकर अचानक घर से निकल गए। स्वजन ने देर तक खोजबीन की लेकिन रात लगभग 12 बजे उनकी लाश उसलापुर रेलवे ट्रैक पर मिली।
जेब की तलाशी में मिला सुसाइड नोट इस बात की पुष्टि करता है कि ‘प्रियंका’ नाम की युवती लगातार उन्हें मानसिक तनाव दे रही थी। गौरव ने अपनी मौत के लिए युवती को जिम्मेदार ठहराया था।
जांच में सामने आया कि युवती (Bilaspur Suicide Case) ने कुछ समय पहले दिल्ली/नोयडा में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था, जिसके बाद गौरव को जेल भी जाना पड़ा था। जमानत पर रिहा होने के बाद वह घर पर रहकर काम कर रहे थे, लेकिन युवती द्वारा लगातार दबाव, कॉल और मानसिक प्रताड़ना का सिलसिला जारी रहा। इसी तनाव ने गौरव को चरम कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
पुलिस ने जांच में प्रमाण मिलने पर नोयडा निवासी प्रियंका सिंह के खिलाफ धारा 306 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। सिविल लाइन टीआई ने कहा कि जल्द ही एक पुलिस टीम नोयडा भेजी जाएगी।
(Bilaspur Suicide Case) शादी वाली वेबसाइट से हुई थी पहचान
गौरव दिल्ली में नौकरी करते हुए शादी के लिए एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट का उपयोग कर रहे थे। इसी वेबसाइट के माध्यम से उनकी पहचान प्रियंका से हुई। दोनों के बीच फोन पर बात होती रही और दो बार सार्वजनिक स्थान पर मुलाकात भी हुई। लेकिन गौरव के परिवार का आरोप है कि युवती ने झूठा मामला दर्ज कर उन्हें फंसाया, जिससे वे मानसिक रूप से टूट गए थे।
दिल्ली पुलिस से मिलेगी युवती की जानकारी
परिवार ने बताया कि उन्हें प्रियंका के बारे में सबसे पहले पता तब चला, जब दिल्ली पुलिस ने गौरव को गिरफ्तार किया। उससे पहले परिवार युवती से पूरी तरह अनजान था। अभी भी युवती का सही पता स्वजनों के पास नहीं है। अब सिविल लाइन पुलिस, दिल्ली पुलिस से संपर्क कर एफआईआर और दस्तावेज मंगवा रही है, ताकि पूरी जानकारी प्राप्त की जा सके।

