Bilaspur Car Srowned : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। हरेली पर्व की रात, जब एक परिवार मंदिर दर्शन कर घर लौट रहा था, तब उनकी छोटी सी वैगनआर कार तेज बहाव वाले नाले में बह गई। हादसा सीपत थाना क्षेत्र के झलमला गांव स्थित तुंगन नाले पर हुआ।
कार में दो पुरुष, दो महिलाएं और पाँच बच्चे, कुल 9 लोग सवार थे। आठ को किसी तरह बचा लिया गया, लेकिन तीन साल का मासूम तेजस साहू तेज धार में बह गया। बच्चे का अब तक कोई सुराग नहीं है।
कैसे हुआ हादसा?
परिवार ग्राम उच्चभट्ठी स्थित शिव शक्ति पीठ मंदिर से दर्शन कर लौट रहा था। रास्ते में तुंगन नाले का पुल तीन फीट पानी में डूबा था। इसके बावजूद मोहनलाल साहू (बच्चे के पिता) ने पुल पार करने की कोशिश की। देखते ही देखते कार 60 फीट दूर तक बह गई।
बाढ़ जैसे हालात में सभी ने कार का दरवाज़ा खोलकर बाहर निकलने की कोशिश(Bilaspur Car Srowned) की। कुछ तैरकर निकले, कुछ को गांववालों ने बाहर निकाला। लेकिन तेजस, जो अपनी मां की गोद में था, हाथ से फिसल गया और तेज बहाव में लापता हो गया।
अब भी जारी है तलाश
एसडीआरएफ और पुलिस की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन(Bilaspur Car Srowned) चला रही है। कार तो 300 मीटर दूर पानी में डूबी हुई मिली, लेकिन तेजस का अब तक कोई पता नहीं चल सका। परिवार सदमे में है।
लापरवाही भी बनी कारण
9 लोगों को वैगनआर जैसी छोटी कार में बिठाना
3 फीट बहाव देख कर भी पुल पार करना
रात्रि यात्रा और बच्चे की कोई विशेष सुरक्षा न होना