रेडियोलॉजिस्ट के सीएमएचओ बनने से व्यवस्था प्रभावित, अस्पताल में घंटों इंतजार करती रही महिलाएं
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। जिला अस्पताल के मातृ शिशु भवन में सोनोग्राफी के लिए मरीजों को भारी परेशानी हो रही है अस्पताल में सोनोग्राफी करने वाले रेडियोलाजिस्ट डॉ. सुरेश कुमार तिवारी को मंत्रालय ने कबीरधाम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के रुप में पदस्थ किया है। जिसके बाद जिला अस्पताल में सोनोग्राफी ठप हो गया है। वहीं अस्पताल के कर्मचारी कह रहे हैं कि डॉक्टर पेश और अन्य काम के चलते पिछले चार दिन से छुट्टी में गए हैं जिसके वजह से महिला मरीजों को जांच के लिए अस्पताल प्रबंधन द्बारा आजकल कहकर तारीख पर तारीख दी जा रही है। वहीं अस्पताल में घंटों डॉक्टर के इंतजार करने के बाद भी सोनोग्राफ ी नहीं होने पर उन्हें बिना जांच कराए ही वापस जाने को कहा जा रहा है। जिला अस्पताल में पिछले 4 दिनों से सोनोग्राफी की जांच नहीं हो पा रही है इससे यहां हर दिन मरीजों का विवाद हो रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को ज्यादातर परेशानी उठानी पड़ रही है। साथ ही मौके का फायदा उठाकर अस्पताल के कुछ डॉक्टर कर्मचारी कमीशन के लालच में सोनोग्राफी के लिए मरीजों को निजी जांच सेंटर में भेज रहें है। जिला अस्पताल में सोनोग्राफी के लिए सिर्फ एक ही डॉक्टर होने से जांच में देरी होती है । वही अब डॉक्टर के तबादले के बाद छुट्टी में चले जाने से सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है और मरीजों को जांच के लिए भटकना पड़ रहा है।
डॉक्टर की कमी इधर हो रहा प्रमोशन
जिला अस्पताल में डॉक्टर की कमी अभी भी बरकरार है और इधर स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार डॉक्टरों का प्रमोशन हो रहा है और डॉक्टरों को उच्च पद देकर दूसरे जिले में भेजा जा रहा है। कुछ दिनों पहले ही जिला अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. एस मुखर्जी को उच्च पद देकर यहां से स्थानांतरित किया गया था। वहीं अब इएनटी के डॉ. प्रमोद महाजन को प्रमोशन देते हुए अस्पताल से हटा कर जिले का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के रुप में पदस्थ किया गया है। वहीं रेडियोलाजिस्ट डॉ. सुरेश कुमार तिवारी को भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बना कर यहां से कबीरधाम जिला भेजा गया है। वहीं मंत्रालय से उनकी जगहा कोई नए डॉक्टर नहीं भेजे जा रहें है। जिसके बाद जिला अस्पताल में डॉक्टर की कमी अधिक बढ़ती जा रही है।
गर्भवती महिलाओं का आरोप बेपरवाह हैं अस्पताल प्रबंधन
सोनोग्राफी जांच के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन बेपरवाह है महिलाएं सुबह से दोपहर तक बिना कुछ खाए 6-6 घंटे तक इंतजार करती रहती है। इतना ही नहीं यहां बैठने तक के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलती। अपना नंबर ना चला जाए इस डर से महिलाएं अक्सर सोनोग्राफी कक्ष के सामने फर्श पर बैठकर इंतजार करती रहती है। अस्पताल के सर्जन डॉ. एसएस भाटिया का कहना है कि वो नए रेडियोलॉजी के लिए सिविल सर्जन को पत्र लिखा है जल्द ही रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कि जाएगी।
सिम्स के आईसीयू वार्ड से मोबाइल पार
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। सिम्स आईसीयू वार्ड से चार्ज में लगे सैमसंग कम्पनी का एनरॉयड मोबाइल अज्ञात चोर ने पार कर दिया। युवती की शिकायत पर सिम्स चौकी ने अपराध कायम कर लिया है।
सिम्स में इलाज कराने आए हुए मरीज एवं उनके परिजन चोरी पाकेटमारी का शिकार हो रहे हैं। सुबह, दोपहर व शाम तीनों टाइम निजी सुरक्षा गार्ड के मौजूदगी में बड़ी आसानी से अपराधी सिम्स में प्रवेश कर अपने करतूतों को अंजाम दे रहे हैं जिनके हौसले इस कदर बुलंद है कि निडरता के साथ वार्डों में घुसकर चोरी कर रहे हैं। ज्ञात ही कि अब तक दुपहिया वाहन पर्स, पॉकेटमारी, मोबाइल जैसे दर्जनभर से अधिक चोरी के मामले घटित हो चुका है, सिम्स प्रबंधन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है मगर कुछ ही हिस्से को कैमरा कैप्चर कर पाता है ।
मिली जानकारी के अनुसार अंजू कुमारी पिता सत्यवीर सिंह उम्र 21 वर्ष की छोटी बहन का उपचार सिम्स आईसीयू में चल रहा है। आज सुबह अपना एनरॉयड सैमसंग कम्पनी का मोबाइल चार्ज में लगा कर कुछ काम से गई थी जब अस्पताल के वार्ड में जाकर देखा तो मोबाइल नहीं था। वहां मौजूद स्टाफ नर्सों से पूछने पर जानकारी होने से मना कर दिया, चोरी की चोरी का अभास होने के बाद युवती ने सिम्स चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध कायम कर लिया है।