नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। विराट को सही सलामत अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाकर लाने वाले पुलिस के 28 कर्मियों को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया।
20 अप्रैल को घर के सामने खेल रहे मासूम विराट को अपहरणकर्ता पैसों के लालच में उठाकर ले गए थे। सप्ताह भर तक पुलिस और अपराधियों के बीच आंख मिचौली का खेल चलता रहा, लेकिन अपराधी पुलिस के गिरफ्त से बाहर थे ऐसा क्लू पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा था जिससे विराट का अपहरण करने वाले आरोपी का लोकेशन पता चले। समय के साथ-साथ लोगों की मन के केतुहल मचा रहा की पुलिस आखिर कब तक पुलिस अपराधियों को दबोचेगी, क्या विराट अपराधियों के कब्जे में सही सलामत है। कई सवाल उठने लगे थे। वही पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा को दोष दिया जाता रहा।
अपहरण की इस घटना को सुलझाने डीजीपी द्वारा स्पेशल टीम का गठन किया गया था इसके अलावा पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के नेतृत्व में अगल टीम आरोपियों को पकडऩे में लगी रही।
अपहरण की वारदात को अंजाम देने वाला आदतन शातिर अपराधी राज किशोर बिहारी जो पहले भी कई अपहरण के घटनाओं को अंजाम दे चुका है। अलग-अलग राज्य में जा लोकेशन बदल बदल कर फोन करता था। पुलिस लगातार कॉल ट्रेस कर रही थी। इसी दौरान 21 फरवरी को मुख्य आरोपी दुबारा विराट के पिता को फोन कर 6 करोड़ की डिमांड की और फोन कट कर दिया था, दुबारा 24 फरवरी को कॉल करने पर विराट के पिता ने रकम ज्यादा होने की बात कहते हुए बातों में उलझा कर रखा, जिसने बातों बातों में परिवार के ही एक सदस्य के अपहरण में शामिल होने की जानकारी देते हुए पुलिस की सारी गतिविधियों पर नजर रखने की बात कही। जिस नंबर से राज बिहारी ने कॉल किया था उसका सार डिटेल निकालने के बाद क्षेत्र के ही एक बदमाश की सहायता से एक मकान में दबिश देकर विराट को चंगुल से छुड़ाया। इस दौरान तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया ।
इस अपहरण की घटना की साजिश के पीछे विराट की बड़ी मम्मी का हाथ था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। विराट को छुड़ाकर सही सलामत परिजनों के हवाले किये जाने के बाद पुलिस की कार्यशैली काबिले तारीफ है ।
विराट को छुड़ाने बनाई टीम के बेहतर कार्य को देखते आज पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने टीम में शामिल एसपीएडीएसपी, टीआई एवं आरक्षक 28 कर्मियों को प्रश्ष्टि पत्र, मेडल देकर सम्मानित किया।
पुरस्कार पाने वाले अधिकारी व पुलिस कर्मचारी
प्रदीप गुप्ता महानिरीक्षक, अभिषेक मीणा पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, प्रखर पाण्डेय पुलिस अधीक्षक दुर्ग, एम एल कोटवानी पुलिस अधीक्षक बालौद, ओम प्रकाश शर्मा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, विशवदीपक त्रिपाठी कोतवाली सीएसपी, निरीक्षक नरेश पटेल रायपुर, अंजू चेलक बिलासपुर, गौरव तिवारी दुर्ग, परिवेश तिवारी जांजगीर, कलीम खान बिलासपुर, रोहित मालेकर बालौद, राकेश मिश्रा कोरबा, युवराज तिवारी रायगढ, जयप्रकाश गुप्ता बिलासपुर, प्रदीप आर्य बिलासपुर, दीपक सेन रायपुर, कुलदीप सिंह धमतरी, उपनिरीक्षक प्रभाकर तिवारी बिलासपुर, सउनि हेमंत आदित्य बिलासपुर, विकास शर्मा महासमुंद, प्रधान आरक्षक चन्द्रशेखर बंजीर दुर्ग, जीमल खान रायपुर ,प्रदीप सिंह धमतरी,प्रहलाद बंछौर धमतरी, रूपलाल चुवेन्द्र बालौद, आरक्षक सुरेश देखमुख रायपुर, विकास सिंह ठाकुर, नवीन एक्का बिलासपुर दीपक यादव बिलासपुर, आशीष राठौर बिलासपुर, बोधूराम बिलासपुर, दीपक सेन रायपुर शामिल हैं।
विराट को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाने पुलिस ने पूरी निष्ठा के साथ काम किया: डीजीपी
पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बिलासागुड़ी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विराट को तलाश करने वाली पुलिस की टीम ने सराहनीय कार्य करते हुए विराट को छुड़ाया। पूरी निष्ठा के साथ अपने ऑपरेशन विराट को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आम नागरिकों की तत्काल शिकायत सुनने कम्यूनिटिंग पुलिसिंग टीम बनाई जाएगी जिसकी शुरुआत बिलासपुर से होगा। इसके अलावा क्षेत्र के आईजी, पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी है कि किसी भी प्रकार की शिकायत मिलते ही तत्काल जमीनी स्तर पर जांच करें, आईजी एसपी के पास आम नागरिक ज्ञापन या आवेदन देने पहुंचता है तो बात साफ है थानों में उनकी शिकायत नहीं सुनी गई या कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। पहले थानेदारों से इस विषय पर बात होनी चाहिए, क्योंकि जनता को पुलिस पर विश्वास तभी फरियाद लेकर आते हैं। अगर उनकी समस्याओं को दरकिनार गया तो विश्वास किस पर करेंगे।
आपराधिक घटनाओं तथा साइबर क्राइम के बढ़ते घटनाओं पर कहा की बेतरतर पुलिसिंग की जा रही है। वहीं करोड़ो रूपये का घोटाला एवं फर्जीवाड़ा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के दामाद की दबाव में आकर गिरफ्तारी और कार्रवाई नहीं किये जाने पर सफाई देते हुए कहा जो अपराध करेगा उस पर कार्रवाई होना निश्चित है किंतु नियमों को ताक में रखा नहीं जा सकता। डीजीपी अवस्थी ने कहा कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में बड़ी नक्सली घटना को देखते हुए छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और जल्द ही डीजीपी बस्तर में जाकर मीटिंग भी करने वाले हैं। डीजीपी ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कल गाड़ी जलाने वाली घटना के संदर्भ में ही जवान मौके पर जा रहे थे इस दौरान इस घटना को अंजाम दिया गया।