महापौर ने दिखावे के लिए किया जनदर्शन, अब निष्क्रिय हो गए, रात में अंधेरे की वजह से दुर्घटना की आशंका
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। चुनाव आचार संहिता का यह मतलब तो कदापि नहीं है कि सड़कों के बंद स्ट्रीट लाइन ही सुधारा न जाए और आचार संहिता खत्म होने की प्रतीक्षा की जाए। शहर के अनेक क्षेत्रों और मुख्य सड़कों की स्ट्रीट लाइट इन दिनों बंद है जिससे शाम होते ही अंधेरे में लोगों का आना-जाना हो रहा है। नागरिकों की शिकायतों का निराकरण करने महापौर किशोर राय कुछ दिनों पहले सक्रिय थे, मगर अब उनका अतापता नहीं है। महापौर ने सालभर पहले भोजली घाट का भूमिपूजन किया था उसका भी काम अटका पड़ा हुआ है।
शहर की जनता ने महापौर के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी किशोर राय को रिकार्ड मतों से जिताया था। अब चूंकि उनका कार्यकाल समाप्ति की ओर है और इसी वर्ष नवंबर माह में निगम का चुनाव होना है, मगर महापौर के साढ़े चार साल की उपलब्धि कुछ भी नहीं है। भाजपा शासनकाल और नगरीय निकाय मंत्री बिलासपुर के विधायक होने के चलते महापौर किशोर राय उतना ही काम करते रहे जितना नगरीय निकाय मंत्री निर्देश देते थे। अब जबकि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो चुका है, महापौर किशोर राय अचानक सक्रिय होकर जनता की की समस्या सुनने और निर्माण कार्यों का मौके पर जाकर जायजा लेने का काम कुछ दिनों तक किया उसके बाद वे निष्क्रिय हो गए हैं।
अब हालत यह है कि शहर की सड़कों की स्ट्रीट लाइट भगवान भरोसे है। शहर के मुख्य मार्गों तक कई वार्डों में स्ट्रीट लाइट बंद है। निगम का अमला इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लाइट बंद रहने से लोगों को परेशानी होती है।
रात को लावारिस कुत्तों का ज्यादा डर रहता है तथा वाहन दुर्घटना का भय बना रहता है। लावारिस पशु बड़ी संख्या में सड़कों पर बैठे रहते हैं जो अंधेरे की वजह से दिखाई नहीं पड़ते। महापौर की टीम, एमआईसी के सदस्य सब निष्क्रिय हैं।
भोजली घाट का अतापता नहीं
भोजली महोत्सव समिति के अध्यक्ष शंकर यादव ने एक बयान में कहा है कि नगर निगम के महापौर किशोर राय भोजली घाट के लिये भूमिपूजन किये थे एक साल हो गया। अभी तक कुछ नहीं हुआ है रेत गिट्टी छड़ भी गिरा था लेकिन एक साल तक पड़ा रहा कुछ दिन पहले ठेकेदार भी सभी सामान को उठा कर ले गया भोजली महोत्सव हमारे छत्तीसगढ़ की पारंपरिक पर्व है। हर साल धूम धाम से मनाया जाता है लेकिन बिलासपुर महापौर निर्माण कार्य को लेकर उदासीन हैं। एक साल हो गया है ना तो साफ -सफाई हुई न ही भोजली घाट का और निर्माण काम चालू है।