नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। अप्रेल माह खत्म होते-होते गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। वर्तमान में तापमान 43 डिग्री के आसपास होने के कारण और तेज धूप की वजह से गांव के अधिकांश तालाब सूखने के कगार पर हैं। जिस वजह से ग्रामवासियों में चिंता की लकीर देखने को मिल रही है।
मिली जानकारी केअनुसार मस्तूरी और बिल्हा क्षेत्र के तालाबों में आश्रित ग्रामीणों को जल संकट से निपटारे के लिए खारंग जल संसाधन विभाग में खूटाघाट बांध से पानी छोडऩे का निर्णय लिया है। गुरुवार को नहर से पानी छोड़ा गया, लेकिन बड़ी नहर से छोड़ा गया पानी बिल्हा और मस्तूरी विकासखंड के 250 तालाबों तक पहुंचेगा। पानी को अंतिम छोर तक पहुंचने में ढाई से तीन दिन का समय लगेगा। खूंटाघाट जलाशय से मस्तूरी और बिल्हा विकासखंडों की नहरों की लंबाई करीब 80 किलोमीटर है। उम्मीद की जा रही है कि रविवार देर शाम रात तक यह पानी सभी जगहों पर पहुंचेगा। वर्तमान में खूंटाघाट में करीब 38 फीसदी पानी है। जिसमें से 10 फीसदी पानी छोडऩे का निर्णय विभाग ने लिया है। खारंग जल संसाधन विभाग द्वारा इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है छोड़े हुए पानी की चोरी न हो। इसके लिए स्पष्ट रुप से निर्देश जारी कर दिया गया है कि ग्रीष्मकालीन धान की सिंचाई के लिए इस पानी का किसी तरह का उपयोग न किया जाए।