नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। आइसिलोशन वार्ड में मनोरोगी को रखे जाने से वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने एतराज जताते हुए हंगामा मचाया।
सिम्स के आइसोलेशन वार्ड में मनोरोगी मरीजों को भी रखा जा रहा है। जिसके चलते आज सिम्स में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने जमकर हंगामा व विरोध किया। सिम्स के आला अधिकारियों के समझाइश के बाद भड़के परिजन शांत हुए। सिम्स के आइसोलेशन वार्ड में सर्दी खासी, बुखार व अन्य सामान्य बीमारियों के मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जाता हैं, लेकिन सिम्स के आइसोलेशन वार्ड में मेंटल मनोरोग के मरीजों को भर्ती कर दिया गया। जिससे जनरल वार्ड के मरीज अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगे। वही मनोरोगी मरीजों के चीखने चिल्लाने से अन्य मरीज परेशान होने लगे।
जनरल वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने सिम्स प्रबंधन से मनोरोगी मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने कहा। उसके बाद भी मरीजों को नही हटाया गया। जिसके बाद आज आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने जमकर विरोध किया और कैजुअल्टी वार्ड में जाकर मनोरोगी मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने की मांग की। सिम्स के जिम्मेदार अधिकारियों के समझाने के बाद परिजन शांत हुये।
मरीजों की बढ़ती संख्या से बेड खाली नहीं
सिम्स में मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिससे मरीजों को दूसरे वार्डो में रखकर इलाज किया जा रहा है। जबकि मेंटल वार्ड अलग से है। मगर मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते उन्हें बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।