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पिछले सारे रिकार्ड तोडऩे गर्मी फिर है आमादा

पिछले वर्ष 23 मई को सौ साल का रिकार्ड टूटा था और 49.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, गुरुवार शाम को 5 बजे के बाद भी तापमान 46 डिग्री रहा
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। बिलासपुर में गर्मी के अब तक के सारे रिकार्ड टूटते जा रहे हैं। पिछले साल 23 मई को तापमान 49.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो पूरे छत्तीसगढ़ में कभी भी दर्ज नहीं हुआ, लेकिन इस साल महीने में पहले ही आज 25 अप्रैल को शाम साढ़े 5 बजे तक शहर का तापमान 46 डिग्री रहा। पूरे छत्तीसगढ़ में बिलासपुर का ही तापमान सर्वाधिक क्यों रहता है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में ग्रीष्मकाल में सर्वाधिक तापमान वाले शहर के रुप में चांपा चर्चित रहा, लेकिन राज्य निर्माण के बाद बिलासपुर में ऐसा क्या हो गया जिसके चलते पूरे छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक गर्मी यही पड़ रही है। कल 24 अप्रैल को सर्वाधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस मध्य प्रदेश के खरगौन में दर्ज किया गया था एवं दूसरे नंबर पर बिलासपुर था। जहां 45 डिग्री सेल्सियस तापमान था।


यह उल्लेखनीय है कि 30 साल पहले सर्वाधिक तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, मगर इसके बाद तापमान 44 से 47 के बीच ही रहा है उससे आगे नहीं बढ़ा, मगर पिछले वर्ष राजधानी रायपुर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंचा। मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक 31 साल पहले वर्ष 1988 में अधिकतम तापमान 47.9 डिग्री सेल्सियस रायपुर में दर्ज किया गया था और इसे प्रदेश का सर्वाधिक तापमान माना गया, मगर 6 साल पहले सर्वाधिक तापमान बिलासपुर में 47.4 डिग्री दर्ज किया गया उसके बाद पिछले कई वर्षों से प्रदेश के सर्वाधिक गर्मी वाले शहर के रुप में बिलासपुर का नाम टाप पर हो गया। हद तो तब हो गई जब पिछले वर्ष 23 मई को बिलासपुर का तापमान 49.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अब चूंकि एक महीना पहले ही बिलासपुर का तापमान शुक्रवार को 46 तक पहुंच गया इससे आशंका हो रही है कि कहीं पिछले साल के 49.3 डिग्री सेल्सियस का रिकार्ड ना टूट जाए। 46 के तापमान में ऐसे लग रहा है मानो आसमान से आग बरस रहा हो, शरीर को झुलसा देने वाली गमी तथा गर्म हवाओं के थपेड़े को महसूस कर यह उत्सुकता हो चली है कि पारा 49 डिग्री पहुंचने पर क्या स्थिति होगी।

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