मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने बांटी जाती है नि:शुल्क दवाएं
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। मातृशिशु मृत्यु दर में कमी लाने और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के प्रदेश में शुरू की गई जननी शिशु सुरक्षा योजना और नि:शुल्क दवा योजना की सफलता के दावो के विपरित अस्पतालों में दवाओं की कमी से गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्शियम और फॉलिक एसिड जैसे दवाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे में जननी शिशु सुरक्षा योजना के साथ नि:शुल्क दवा योजना पर भी सवाल उठ रहे हैं। पिछले कई महीनों से शहर के सरकारी अस्पतालों के साथ ही पूरे जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायकि स्वास्थ्य केंद्रो में गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम के साथ ही आयरन की टेबलेट भी नहीं मिल रही है। इससे जहां विभाग की योजना तो फेल हो ही रही है साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है। सिम्स स्थित दवा वितरण केंद्र में पिछले लंबे अर्से से टेबलेट नहीं होने के कारण यहां जांच कराने आने वाले गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम की दवाएं नहीं मिल रही है। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की जांच में ही ये सामने आया है कि मातृ शिशु मृत्यु दर बढऩे के पीछे शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी होना मुख्य कारण माना गया है। इसके बावजूद करीब 2-3 महीनों से इनमें से कुछ दवाएं सप्लाई में नहीं रही है। जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को आयरन, कैल्शियम और फॉलिक एसिड जैसे दवाएं नहीं मिल रही है।