नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। सिख धर्म के पहले गुरू गुरुनानक देव महाराज के पवित्र प्रकाश 12 नवंबर को मनेगा। खुशी के उपलक्ष्य में देश के विभिन्न प्रदेशों से गुरुनानक प्रकाश यात्रा शुरू हो चुकी है। प्रथम चरण की 2 जून कर्नाटक के बीदर से प्रारंभ होकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई से होते रायपुर पहुंच चुकी है। श्री गुरु नानक प्रकाश यात्रा का दोपहर लगभग 2 बजे महाराणा प्रताप चौक में स्वागत हुआ। राजीव गांधी चौक, इंदु चौक, मगरपारा चौक, अग्रसेन चौक, पुराना बस स्टैंड, शिव टॉकीज चौक, गांधी चौक होते हुए गुरुद्वारा दयालबंद पहुंचे। 350 साल पुराने हर-त लिखित श्री गुरुग्रंथ साहिब की सरपरस्ती और पंच प्यारों की अगुवाई में यह यात्रा निकाली गई है। यात्रा का जगह-जगह पर स्वागत साध संगत, पंजाबी युवा समिति, खालसा सेवा समिति, आदर्श पंजाबी महिला संस्था, ऑल इंडिया सिख यूथ फेडरेशन के सुखमनी सर्कल, स्त्री सत्संग के द्वारा किया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दयालबंद के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने संगत के साथ अधिक से अधिक संख्या में महाराणा प्रताप चौक में उपस्थित हुए। सिक्खों के प्रथम गुरु गुरुनानक देवजी के 550 वें प्रकाशोत्सव पर कर्नाटक के बिदर से अखिल भारतीय गुरुनानक प्रकाश यात्रा का शुभारंभ किया गया है। यात्रा का उद्देश्य गुरुनानक देव द्वारा विश्व कल्याण द्वारा प्रसारित उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाना भारत की एकता व अखंडता के लिए नानक के उपदेशों को विश्व स्तर पर प्रसारित करना है। सिक्खों के प्रथम गुरु गुरुनानक देवजी के 550 वें प्रकाशोत्सव पर कर्नाटक के बिदर से अखिल भारतीय गुरुनानक प्रकाश यात्रा का शुभारंभ किया गया है। यात्रा का उद्देश्य गुरुनानक देव द्वारा विश्व कल्याण द्वारा प्रसारित उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाना भारत की एकता व अखंडता के लिए नानक के उपदेशों को विश्व स्तर पर प्रसारित करना है।