- अधीक्षक छात्रों को 10 दिन पूर्व छुट्टी देने से बड़ी घटना टली
बीजापुर । जिले के भोपालपटनम के विकास खंड के ग्राम पेगड़ापल्ली में राजीवगांधी शिक्षा मिशन द्वारा संचालित पोटाकेबिन के कमरे आँधी से उड़ गए। आपको बता दें कि राजीव गांधी शिक्षा मिशन ने भवन निर्माण हेतु स्वयं की एजेंसी से अपंजीकृत ठेकेदारों को निर्माण करने की जिम्मवदारी दी गई थी जिसके फलस्वरूप ठेकेदारों ने गुणवत्ता हीन कार्यो को अंजाम देते हुए कार्य का निष्पादन किया गया है जिस तरीके से बीती रात आये आंधी तूफान से पेगड़ापल्ली में पोटाकेबिन के जो कमरे जिसमे छात्र शयन करते थे वह प्लाईवुड से निर्मित है और लगभग सन् 2007 – 8 में इसका निर्माण कारया गया था।
पोटाकेबिन के कमरों को बनाते समय नीव की मजबूती को नजरअंदाज किया गया जिन खम्बो के सहारे पोटाकेबिन के कमरे निर्भर थे वे खंबे ही पूरे के पूरे उखड़ गए। बड़ी घटना टल गई क्यों कि 350 छात्र परीक्षा होने के तुरंत बाद ही अपने अपने घर जा चुके थे बारिश के दिनों में भी पेगड़ापल्ली पोटाकेबिन जल मग्न हो गया था इसके बावजूद भी उन कमरों की सफाई करा कर आवासीय बच्चो को फिर से वहीं रखा गया आंधी इतनी जबर दस्त रही की पोटाकेबिन में बने पानी की टंकी भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई वहीं पोटाकेबिन की छत की सीट उखड कर सौर ऊर्जा के प्लेटो पर गिरने से पुरी टूटकर बिखर गए। कुछ अनुदेशकों ने बताया कि आंधी इतनी जबरदस्त रही कि उन कमरों में छात्र उपस्थित होते तो निश्चित ही बड़ी घटना घट सकती थी ,पेगड़ापल्ली तक पहुंचे कलेक्टर के डी कुंजाम ने मौके पर जाकर पोटाकेबिन का जायजा लिया तथा डीपीसी ए बसमैया और बी आर सी मिरंजा खान भी पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी ली। सौर सिस्टम के प्लेट पूरी तरह उखड़ गए हैं जिसे क्रेडा द्वारा तत्काल जाकर मरम्मत कराया जा रहा है।