लोन वर्राटू अभियान को मिल रही है सफलता
बीजापुर/नवप्रदेश। Anti Naxal Operation : स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले दंतेवाड़ा पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। लोन वर्राटू अभियान के तहत जिले में चलाए जा रहे इस घर वापसी अभियान में नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे है। आने वाले दिनों में और भी नक्सलियों का समर्पण होगा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में 3 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया है।
राज्य के बस्तर संभाग के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि क्षेत्र के दंतेवाड़ा जिले के तीन बड़े इनाम वाले नक्सलियों ने पुलिस बल के सामने आत्मसमर्पण किया है। इसमें से एक नक्सली 2017 में सुकमा में हुए पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में 25 शहीद हुए जवानों के आरोपित है एवं 2014 में कसालपाड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा में एक दर्जन से अधिक पुलिस जवानों से हथियार और गोला बारूद लूटा था। तीनों नक्सलियों पर कुल 14 लाख रूपए का ईनाम था, इसके अलावा पुुलिस अधीक्षक की ओर से 10 हजार का घोषित किया था।
नक्सलियों ने कई स्वीकारोक्ति के साथ किया आत्मसमर्पण
लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पित (Anti Naxal Operation) पहला नक्सली राजू उर्फ रोशन ताती पिता स्व. बुदरू ताती उम्र 24 वर्ष निवासी बेडमा, थाना भैरमगढ़, पर 8 लाख का ईनाम था। नक्सली संगठन में उसका पद दण्डकारण्य स्पेशल जोनल सीएनएम उप प्रभारी था।
दूसरा नक्सली जीरा उर्फ सुकलू अलामी पिता स्व आगा अलामी उम्र 42 वर्ष निवासी पटेलपारा हांदावाड़ा थाना बारसूर पर 5 लाख रूपए का ईनामी था और नक्सली संगठन में उसका पद बारसूर एरिया कमेटी सदस्य/एरिया कमेटी, डीएकेएमएस अध्यक्ष था।
तीसरा नक्सली कुम्मा बारसे पिता बोड्डा बारसे उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम मोलसनार थाना कुआकोण्डा जिला दन्तेवाड़ा पर 1 लाख रुपए का ईनाम था और संगठन में डीएकेएमएस अध्यक्ष पद पर था। ये तीनों नक्सलियों ने शुक्रवार को पुलिस बल के सामने सम्मानपूर्वक जीवन जीने की स्वीकारोक्ति के साथ आत्मसमर्पण किया।
403 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान (Anti Naxal Operation) में पुलिस बल द्वारा जिला दंतेवाडा के विभिन्न ग्रामों चस्पा किया था। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने प्रतिबंधित नक्सली क्षेत्रों में चस्पा कर आह्वान किया था। लोन वर्राटू अभियान में जो बुरे कामों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ेगा उसे सम्मनपूर्वक जीने का मौका दिया जाएगा, साथ ही सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिया जाएगा। इस चस्पे को देखकर प्रतिबंधिक नक्सली संगठन के तीनों बड़े ईनाम वाले नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान में अब तक 107 ईनामी माओवादी सहित कुल 403 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया।
इन अधिकारियों के सामने किया आत्मसमर्पण
माओवादियों ने संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्यधारा से जुड़कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त किया। नक्सलियों ने इस इच्छा के साथ उप पुलिस महानिरीक्षक (परि) सीआरपीएफ दंतेवाड़ा विनय कुमार सिंह, डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा राजेन्द्र जायसवाल (रा.पु.से), संजय कमिार राउत टूआईसी 195 बटा0 बारसूर, संजय कुमार टूआईसी स्टाफ अधिकारी, ब्रजेश कुमार पाण्डेय डिप्टी कमाण्डेंट (एचपीटी/आरएफटी) एवं उप पुलिस अधीक्षक आशा रानी के सामने आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पित दण्डकारण्य स्पेशल जोनल सीएनएम उप प्रभारी राजू इन घटनाओं में रहा शामिल
- वर्ष 2014 में ग्राम कसालपाड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ पश्चात थाना पामेड़ क्षेत्र के अज्ञात जंगल पहाड़ी में उक्त घटना में शहीद हुये 14 पुलिस जवानों के लूटे गये हथियार एवं गोला बारूद का ऑडियो/वीडियो रिकार्डिंग किया गया।
- वर्ष 2017 में ग्राम बुरकापाल थाना चिंतागुफा जिला सुकमा में हुये पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में पुलिस के 25 जवान शहीद हुये एवं 01 नक्सली मारा गया। मारे गये नक्सली एवं घटना के संबंध में चिंतागुफा के जंगल में ऑडियो/वीडियो रिकार्डिंग किया गया।
- वर्ष 2016 में ग्राम इरपानार (नेलनार क्षेत्र) थाना ओरछा जिला नारायणपुर में हुए पुलिस-नक्सली मुटभेड़ में शामिल था। इस घटना में 5 नक्सली मारे गये।
- इसके अलावा डी.के. सीएनएम उप प्रभारी के पद पर रहते हुए वर्ष 2014 को ग्राम गुमोडी थाना जगरगुण्डा, मलांगेर एरिया कमेटी के जंगल में एवं वर्ष 2016 को ग्राम गुमचूर थाना परतापुर जिला कांकेर में डी.के. सीएनएम अधिवेशन लेने की घटना में मिल था।
आत्मसमर्पित बारसूर एरिया कमेटी सदस्य/एरिया कमेटी डीएकेएमएस अध्यक्ष जीरा इन घटनाओं में रहा शामिल
- वर्ष 2020 में अपने अन्य माओवादी साथियों के साथ मिलकर ग्राम बेडमा निवासी नेलीराम के घर में लूटपाट करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 माह मार्च ग्राम पाउरनार थाना बांगापाल में गश्त सचिंग पर गई पुलिस पार्टी को जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से विस्फोट कर फायरिंग करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 में पुलिस मुखबिरी के शक में ग्राम बेड़मा निवासी संतोष कश्यप की हत्या करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 में निवासी हांदावाड़ा अकालू करिया को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर हत्या करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2020 में ग्राम पाउरनार, हांदावाड़ा, कोड़ेनार से बारसूर मार्ग एवं सातधार पुलिया के पास नक्सली बैनर पोस्टर, पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।
आत्मसमर्पित ग्राम मोलसनार डीएकेएमएस अध्यक्ष कुम्मा इन घटनाओं में रहा शामिल
- वर्ष 2013 में पुलिस को जान से मारने व हथियार लूटने की नियत से बचेली गैस गोदाम के समीप पुलिस पर हमला कर फायरिंग करने की घटना में शामिल था। जिसमें 2 पुलिस के जवान शहीद एवं 3 जवान घायल हुये।
- वर्ष 2014 में ग्राम नकूलनार श्यामगिरी मार्ग पर नक्सली बंद के दौरान 5-7 स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
- वर्ष 2015 में बचेली से किरन्दुल मुख्य मार्ग पर नेरली घाटी पर पेड़ काटकर रोड़ अवरोध करने की धटना में शामिल था।
- वर्ष 2016 में सातधार- भांसी मुख्य मार्ग पर ग्राम गामावाड़ा के समीप नक्सली बैनर, पोस्टर, पाम्पलेट लगाने की घटना में शामिल था।