रायपुर/फरवरी। Big Success for Police : रायपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में नशीली ड्रग्स सप्लाई करने वालों को पुलिस ने बैक टू बैक एक्शन लिया, जिससे 5 लोगों को ड्रग्स सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
इसमें टिकरापारा थाना अंतर्गत भाठागांव स्थित न्यू बस स्टैंड पर आरोपी महेंद्र श्रीवास्तव और लालू श्रीवास को गांजा के साथ रंगेहाथ पकड़ा गया। वहीं, गंज थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के समीप आरोपी अनिल डडसेना उर्फ गोलू, टूनु अग्रवाल व अमजद खान को प्रतिबंधित नशीला टैबलेट के साथ पकड़ा गया।
बुधवार को पुलिस (Big Success for Police) ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए विस्तृत जानकारी दी। SSP प्रशांत अग्रवाल, ASP अपराध अभिषेक माहेश्वरी और CPS विश्व दीपक त्रिपाठी उरला के मार्गदर्शन में 2 निरीक्षकों सहित 8 सदस्यों की नारकोटिक्स सेल की टीम ने इस कार्य को अंजाम दिया।
घेराबंदी कर पकड़े गए आरोपी
नारकोटिक्स सेल की टीम को सूचना मिली कि भाठागांव स्थित न्यू बस स्टैण्ड में दो व्यक्ति अपने पास रखें बैग में गांजा रखें है तथा कहीं जाने की फिराक में है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर नारकोटिक्स सेल, साइबर सेल और थाना टिकरापारा पुलिस की संयुक्त टीम ने मुखबिर द्वारा बताई गई पहचान के व्यक्तियों का पता लगाकर उनकी पहचान की। टीम के सदस्यों द्वारा उनसे बातचीत करने पर वे भागने का प्रयास करने लगे, जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया।
मध्य प्रदेश से गांजा बेचने आया और पकड़ा गया
पूछताछ में व्यक्तियों ने अपना नाम महेन्द्र श्रीवास एवं लालू श्रीवास निवासी कटनी (म.प्र.) का होना बताये। टीम के सदस्यों द्वारा उनके पास रखें बैग की तलाशी लेने पर बैग में गांजा रखा होना पाया गया। पूछताछ में आरोपियों द्वारा गांजा को जगदलपुर से लाकर कटनी (म.प्र.) ले जाना बताया गया है।
जिस पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 18 किलोग्राम गांजा कीमती लगभग 1,50,000/- रूपये जप्त किया गया। दोनों आरोपियों के विरूद्ध थाना टिकरापारा में अपराध क्रमांक 159/22 धारा धारा 20बी नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही किया गया।
इसी तरह 22 फरवरी को नारकोटिक्स सेल की टीम कुछ लोगों को पकड़ा था। ये लोग रेलवे स्टेशन के पास प्रतिबंधित नशीली गोलियां बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहे थे। नारकोटिक्स सेल, साइबर सेल और थाना गंज की संयुक्त टीम ने मिलकर गिरफ्तार किया।
पूछताछ पर व्यक्तियों ने अपना नाम अनिल डडसेना उर्फ गोलू निवासी डी.डी.नगर तथा टूनु अग्रवाल एवं अमजद खान निवासी उड़ीसा का होना बताये।टीम के सदस्यों द्वारा तलाशी लेने पर उसके पास नाइट्रोसन-10 प्रतिबंधित दवा की गोली मिली।प्रतिबंधित दवा की गोलियों को लेकर टीम को गुमराह किया जा रहा था। जिस पर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर कुल 1070 नग नाइट्रोसन-10 प्रतिबंधित नशीला गोली, कीमत करीब 20,000/- रुपये जब्त कर थाना गंज में आरोपितों के विरुद्ध धारा 21 नारकोटिक्स एक्ट की अपराध संख्या 47/22 दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की गयी।
दवा कंपनी से सांठगांठ
पुलिस अधिकारियों (Big Success for Police) का मानना है कि गिरोह की किसी न किसी दवा कंपनी से सांठगांठ हो सकती है। तस्कर गैंग सीधे दवा कंपनियों से भारी मात्रा में दवा खरीद कर नशे का कारोबार कर रहे हैं। पुलिस ने रायपुर, महासमुंद और ओडिशा के कुल चार तस्करों को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से नशीली टेबलेट, गांजा, चरस और ड्रग्स जब्त किया गया था। पकड़े गए आरोपियों के पास से मुख्य सरगना के बारे में जानकारी मिली थी। नशीली टेबलेट के एक पत्ते में 10 टेबलेट रहती है। जिसका प्रिंट रेट 59 रुपये है। आरोपित एक पत्ते को 400 से 500 रुपये में बेचते हैं। रायपुर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र व दूसरे जिले में भी सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर पकड़ा है।
इन पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका
कार्यवाही में सायबर सेल से उपनिरीक्षक अमित कश्यप, सउनि. संतोष सिंह, जमील खान, प्र.आर. कुलदीप द्विवेदी, आशीष त्रिवेदी, आर. अभिषेक सिंह, तुकेश निषाद, थाना टिकरापारा से उपनिरीक्षक लालमन साव तथा थाना गंज से उपनिरीक्षक रतन सिंह नेताम की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।