नई दिल्ली। जहां देश नए कृषि कानूनों को लेकर उथल-पुथल में है, वहीं अब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने एक सनसनीखेज बयान देकर नया विवाद शुरू कर दिया है।
तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एनसीपी अध्यक्ष और तत्कालीन कृषि मंत्री शरद पवार पर कृषि क्षेत्र में सुधारों को रोकने के लिए बाहरी ताकतों का दबाव था।
तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा, देश के कई आयोगों, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और सरकारों ने कृषि क्षेत्र में सुधार करने की कोशिश की है। यूपीए के कार्यकाल के दौरान, डॉ मनमोहन सिंह और कृषि मंत्री शरद पवार कृषि कानूनों को लागू करना चाहते थे।
लेकिन कुछ लोगों के दबाव के कारण, वे उन्हें लागू नहीं कर सके, तोमर ने कहा। तोमर ने कृषि कानूनों पर किसान संगठनों के साथ चर्चा से एक दिन पहले बयान दिया। सरकार ने एक बार फिर किसान संगठनों के साथ बातचीत करने की तत्परता दिखाई है।
कृषि कानूनों के समर्थन में आज विभिन्न किसान संगठनों की एक संयुक्त समिति की बैठक हुई। तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकास उनका एकमात्र मिशन है। वह हमेशा लोगों के कल्याण के बारे में सोच रहे हैं और कोई भी ताकत प्रधानमंत्री पर दबाव नहीं डाल सकती है।