-अफसर की भूमिका संदिग्ध, प्रतिभागियों को बिना सूचना स्थगन की प्रक्रिया पर उठे सवाल
-अध्यक्ष/सदस्य बालक कल्याण समिति के लिए होना था साक्षात्कार
पलाश तिवारी
रायपुर / नवप्रदेश। CG Women and Child Development Department: भर्ती प्रक्रिया में अफसरों की मनमानी के चलते छत्तीसगढ़ में अक्सर सरकारी नौकरियों को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित अध्यक्ष/सदस्य बालक कल्याण समिति के लिए होने वाले साक्षात्कार को ऐन मौके में स्थगन करने से पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस एक मंत्री का भाई मेरिट में जगह नहीं बना पाया था, इसके चलते उसके इंटरव्यू में नाम नहीं आया, आरोप है कि उसे उक्त पद पर योग्य बनाने के लिए सारा खेल अधिकारी द्वारा खेला गया है।
गौरतलब है कि साक्षात्कार से महज चंद रोज पहले बिना कोई आवश्यक कारण बताए इंटरव्यू को रद्द करने के बाद अभी तक नई तारीख विभाग से जारी नहीं की गई। रायपुर के नवा रायपुर अटल नगर में होने वाले साक्षात्कार की पूरी तैयारी विभाग नहीं पाया था।
इधर, कमेटी अध्यक्ष और सदस्यों का चयन से लेकर प्रतिभागियों तक को पत्र जारी कर 9 सितंबर को साढ़े 10 बजे उपस्थिति का फरमान भी जारी कर दिया था। सवाल उठता है कि ऐसी कौन सी नौबत आ गई कि अधिककारी ने पूरा साक्षात्कार फिर से नए सिरे से करने की बात कहकर, तय साक्षात्कार निरस्त कर दिया गया। इंटरव्यू कैंसिल होने की कई प्रभागियों को सूचना भी समय पर नहीं मिली। ऐसे में प्रतिभागियों का नवा रायपुर पहुंचना जारी था लेकिन सहमे लोग अपनी नाराजगी इसलिए भी जाहिर नहीं किए कि कहीं सूची से उनका नाम न कट जाए।
स्थगन का कारण नहीं बता रहे अधिकारी
वहीं इस मामले में जब नवप्रदेश के संवादाता ने सवाल पूछे की अध्यक्ष / सदस्य बालक कल्याण समिति के लिए होने वाले साक्षात्कार को ऐन मौक़े पर क्यों निरस्त किया गया था ? साक्षात्कार के लिए चयनित लोगों को इसकी सूचना सही समय पर क्यों नही दी गई ?
साक्षात्कार की दूसरी तारीख अब तक तय क्यों नही हो पाई है ? क्या भर्ती प्रक्रिया को फिर से नए सिरे से लागू किया जाएगा , और अगर ऐसा है तो क्यों ? तो विभाग की डायरेक्टर तूलिका प्रजापति बताया की बाल कल्याण समिति के साक्षात्कार को निरस्त नहीं किया गया है । केवल कुछ दिनों के लिए स्थगित किया गया है । स्थगन किए जाने की सूचना लिखित में त्वरित जारी की गई थी और दूरभाष के माध्यम से सबको सूचित भी किया गया । कुछ से मैंने स्वयं भी बात की सूचना मिली या नहीं ये जानने के लिए । साक्षात्कार की नवीन तिथि जल्द तय की जाएगी। और सभी को सूचित भी करेंगे जैसे पहले किया था । लेकिन साक्षात्कार के स्थगन के सवाल पर अधिकारी चुप्पी साधे रहीं।
किसके लिए अफसर को करना पड़ा इतना बड़ा झोल ?
चर्चा है कि विभागीय अधिकारियों ने मंत्री के भाई को ही साक्षात्कार के लिए अपात्र घोषित कर दिया था। इसकी जानकारी भी मंत्री और उनके राखी भाई को नहीं थी। ऐसे में इंटरव्यू की तारीख और समय के साथ साथ स्थान और पात्र प्रतिभागियों को पत्र भी जारी कर दिया गया। इसकी जानकारी जब राखी भाई को हुई तो उसने अपनी मंत्री दीदी से बोलकर बवाल मचा दिया।
नतीजा यह कि अपात्र आवेदन कर्ता को एक मौका देने के लिए सैकड़ों पात्र प्रतिभागियों का समय और अधिकार से खिलवाड़ कर दिया गया। इस संबंध में अफसरों का कहना है कि एजेंसी के मार्फत सभी को साक्षात्कार स्थगन की जानकारी दी गई थी, लेकिन साक्षात्कार क्यों स्थगन करने की जरूरत पड़ी और कब तक नई तारीख का एलान विधिवत किया जाएगा, और किसके आदेश से इंटरव्यू रद्द किया गया, इसका गोलमोल जवाब ही दिया जा रहा है।