पहलगाम हमले में शामिल तीन सैन्य आतंकवादियों की तलाश जारी
जम्मू-कश्मीर। Indian Army: आतंकवाद के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में बड़ा अभियान चल रहा है। हाल ही में पुलवामा में हुई मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारतीय सेना आतंकियों का सफाया करने में जुटी है। पिछले 20 दिनों से जम्मू और कश्मीर घाटी में एक साथ कई तलाशी अभियान चल रहे हैं। पिछले 2 दिनों में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर 6 स्थानीय आतंकियों को मार गिराया, जबकि 11 आतंकियों की तलाश जारी है। ये सभी आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े हैं।
सेना ऑपरेशन पकड़ो और खोजो के तहत सीमावर्ती क्षेत्रों में अपना तलाशी अभियान (Indian Army) जारी रखे हुए है। पुलिस और सेना सीमा के निकट स्थित गांवों में घर-घर तलाशी ले रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस तलाशी अभियान में ग्रामीण भी उनका साथ दे रहे हैं। पहलगाम हमले में शामिल तीन सैन्य आतंकवादियों की तलाश जारी है। उस पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
गुरुवार को पुलवामा जिले में सेना की आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई। इसमें जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए। उनकी पहचान आसिफ अहमद शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट के रूप में हुई है। इससे पहले मंगलवार को सेना मॉड्यूल के आतंकवादी मारे गए थे। सोपोर निवासी आदिल रहमान डेन्टू को सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान में गिरफ्तार किया गया। यह आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर है। वह फिलहाल दक्षिण कश्मीर के घने पहाड़ी जंगलों में छिपा हुआ है।
अहसान अहमद शेख लश्कर-ए-तैयबा (Indian Army) से जुड़ा है, जो 24 जून 2023 से सक्रिय है। उसकी तलाश जारी है। सेना को संदेह है कि वह दक्षिण कश्मीर में छिपा हुआ है। पुलवामा का रहने वाला हारिस नजीर 24 जून 2023 से सक्रिय है। यह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। फिलहाल उसके उत्तरी कश्मीर में छिपे होने की खबर है। शोपियां सेना के रडार पर है, यही वजह है कि अन्य इलाकों की तुलना में यहां अधिक बल और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। यहां के निवासी आसिफ अहमद खांडे पिछले 10 वर्षों से सक्रिय हैं। यह आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा हुआ है। उसके दक्षिण कश्मीर में छिपे होने का संदेह है।