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रायगढ़ की भाजपा सांसद गोमती साय ने उठाया बड़ा मुद्दा
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कन्वर्टेड क्रिश्चन, अल्पसंख्यक और आदिवासी दोनो का लाभ लेते हैं
नवप्रदेश संवाददाता
रायगढ़। रायगढ़ लोकसभा raigarh Lok Sabha की सांसद गोमती साय Raigarh MP Gomti Sai ने कहा है कि ऐसे आदिवासी जो कि मिशनरीज से प्रभावित होकर क्रिश्चयन समुदाय में शामिल हुए हैं और अल्पसंख्यक व आदिवासी दोनों ही तरह के आरक्षण का लाभ ले रहे हैं मैं उन्हे बर्दाश्त नहीं करुंगी।
उन्होने कहा है कि अगर वे आदिवासी हैं तो आदिवासी ही रहें। अगर उन्होंने क्रिश्चनिटी अपना ली है तो क्रिश्चन बने रहे। उनकी वजह से आदिवासी के हितों का हनन हो रहा है। इसके लिए वे केंद्र स्तर पर लड़ाई लड़ेंगी।
सांसद ने कहा कि धर्मांतरण के खिलाफ दिलीप सिंह जूदेव ने घर वापसी अभियान चलाया था लेकिन वे चाहती हैं कि धर्मांतरण पर ही रोक हो। इसके लिए वे रणनीति बनाकर केंद्र सरकार के प्रयास से काम करेंगी। श्रीमती साय MP Gomti Sai ने कहा कि जशपुर क्षेत्र में आदिवासियों का मिशनरीज द्वारा धर्मान्तरण करवाया जा रहा है।
ऐसे में धर्म परिवर्तित करने वाले आदिवासी जाति में क्रिश्चयन लिखते हैं और अल्पसंख्यक होने तथा आदिवासी होने का दोहरा लाभ लेते हैं। मैं इसके विरोध में हूं। दोहरा लाभ नहीं मिलना चाहिए। गोमती साय ने जशपुर जिले में बाक्साइट खनन के विरोध में भी मुखर होकर आवाज उठाई।
मैं भी नहीं चाहती जशपुर जिले में उद्योग लगें
जशपुर जिला वसुंधरा है और मैं चाहती हूं कि वह वसुंधरा ही रहे। मैं जनता के साथ रहूंगी। दिलीप सिंह जूदेव, नंदकुमार साय उद्योगों के पक्ष में नहीं थे कि क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि वसुंधरा खो जाए, मैं भी इसी पक्ष में हूं। इस दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष जवाहर नायक, गुरुपाल भल्ला, मुकेश जैन, सुभाष पाण्डेय, आशीष ताम्रकार सहित अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।