-शहीद DSP का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा पहुंचा घर, दो साल की बेटी की आंखों में आंसू
-जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस गु्रप के डीएसपी
नई दिल्ली। DSP Humayun Bhat: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ों में तीन अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। साथ ही एक जवान लापता है। शहीद अधिकारियों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और एक पुलिस डीएसपी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप के डीएसपी हुमायूं भट्ट के परिवार में उनकी पत्नी और दो महीने की बेटी है। पिछले साल ही उनकी शादी हुई थी।
डीएसपी हुमायूं भट्ट पूर्व डीआइजी गुलाम हसन भट्ट के बेटे थे और पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले थे। उनका परिवार अब श्रीनगर हवाई अड्डे के पास हुमहामा में एक वीआईपी कॉलोनी में रहता है। अधिकारियों ने कहा कि दो महीने की बच्ची के पिता और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक गुलाम हसन भट्ट के बेटे हुमायूं भट्ट की रक्तस्राव से मृत्यु हो गई।
कर्नल सिंह ने अपनी टीम का नेतृत्व किया और आतंकवादियों पर हमला कर दिया। हालांकि आतंकियों ने उन पर गोलियां चला दीं और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि मेजर आशीष और डीएसपी भट्ट को भी गोलियां लगीं और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। दो महीने की बच्ची के पिता और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक गुलाम हसन भट्ट के बेटे हुमायूं भट्ट की रक्तस्राव से मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक गादुल में दो से तीन आतंकियों को देखा गया और उन्हें घेर लिया गया। इस ऑपरेशन को सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। ऑपरेशन का नेतृत्व कर्नल सिंह ने किया। श्री सिंह अधिकारी थे जिन्हें पहले सेना में पदक मिल चुका है। पेड़ों के पीछे से सैनिकों पर गोलीबारी की जा रही थी। शुरुआती गोलीबारी में तीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। श्रीनगर के बटवाड़ा में एक सैन्य अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। अन्य घायलों को हवाई मार्ग से श्रीनगर में सेना के 92-बेस अस्पताल ले जाया गया।