गिरफ्तारी होना लगभग तय
रायपुर/नवप्रदेश। सीनियर आईपीएस जीपी सिंह (IPS GP Singh) के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद जीपी सिंह ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में अपने बचाव में याचिका दायर की है।
दरअसल,1 जुलाई को IPS GP Singh के करीब 15 ठिकानों पर एसीबी और ईओडब्ल्यू ने आय से अधिक संपत्ति मामले में छापामार कार्रवाई की थी। जिसमे करीब 10 करोड़ से ज्यादा अवैध रूप से अर्जित चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ था। इसके साथ ही उनके सरकारी बंगले से डोजियर,पैन ड्राइव और कुछ संदेहास्पद दस्तावेज मिले थे। जिसकी जाँच में एसीबी को सरकार के खिलाफ सिंह के द्वारा षड्यंत्र के सबूत मिले थे। इसे आधार मानकर जीपी सिंह (IPS GP Singh) पर राजद्रोह का मामला पुलिस ने दर्ज किया है।
सिंह (IPS GP Singh)ने की सीबीआई जांच की मांग
राजद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद अब निलंबित जीपी सिंह (IPS GP Singh) ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने आज अपने वकील के माध्यम से याचिका लगाई जिसमे गिरफ्तारी से बचने अंतरिम जमानत की मांग की गई है। इसके साथ ही पूरे मामले को लेकर सीबीआई (CBI) जाँच की मांग भी की गई है। जीपी सिंह ने कहा कि उन्हें जान बूझकर कई मामलों पर धाराएं लगाकर फ़साया जा रहा है। जीपी सिंह निलंबित होने के बाद ही बंगले से निकले बिना ही अपने वकील से लगातार सम्पर्क में थे। इधर राजद्रोह मामला दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी होना लगभग तय माना जा रहा है। अंदरखाने से ये भी बात सामने आ रही है कि जीपी सिंह अभी फिलहाल अपने सरकारी बंगले से गायब हैं।