15 अगस्त को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा अपने इस्तीफा
नई दिल्ली/नवप्रदेश। Congress : इस समय कांग्रेस को एक बड़ा झटका मिला। ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकीं सुष्मिता देव ने कांग्रेस से नाता तोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस छोडऩे से पूर्व उन्होंने पार्टी का व्हाट्सऐप ग्रुप छोड़ा। इसके बाद अब उन्होंने ट्विटर स्टेटस में खुदो को कांग्रेस का पूर्व नेता बताया है। उन्होंने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाली सुष्मिता देव सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (Congress) में शामिल हो गई हैं। कोलकाता में जाकर उन्होंने टीएमसी ज्वाइन की। इस दौरान टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन भी उपस्थित रहे। सुष्मित देव महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष थीं और पूर्व सांसद भी। नि:संदेह कांग्रेस के लिए सुष्मिता देव के इस्तीफे को तगड़ा झटका माना जा रहा है। उन्होंने रविवार को ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा भी दिया था।
दूसरी ओर सुष्मिता देव के इस्तीफे की खबरों पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मैं उनसे संपर्र्क करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन उनका फोन बंद है। सुरजेवाला ने कहा वो कांग्रेस की पुरानी और कद्दावर नेता हैं। सोनिया गांधी को अभी तक उनका खत नहीं नहीं मिला है।
कपिल सिब्बल बोले- पार्टी युवा नेता छोड़ते है जिम्मेदार हम बुजुर्गों को ठहराया जाता
पार्टी से इस्तीफा देने से पहले सुष्मिता देव (Congress) ने ट्विटर अकाउंट पर अपना बायो बदलकर पूर्व कांग्रेस नेत्री कर दिया था। सुष्तिमा देव के इस्तीफे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस पार्टी के नेताओं का दर्द सुष्मिता देव के इस्तीफे के साथ बाहर आ गया। सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जब युवा नेता पार्टी छोड़कर जाते हैं तो उसका आरोप पार्टी के पुराने नेताओं और बुजुर्ग नेताओं पर लगता है।
ट्वीट में ये कहा-
सुष्मिता देव ने उन्होंने कहा, मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने तीन दशक लंबे जुड़ाव को संजोती हूं.. आपने मुझे जो मार्गदर्शन और अवसर दिए, उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से आपका धन्यवाद करती हूं।
आपको बता दें कि सुष्मिता देव लंबे समय से बखूबी पार्टी की कमान (Congress) संभाल रही थी। अभी कुछ समय से सुष्मिता नाराज चल रही थीं। असम विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनकी नाराजगी की खबरें लगातार सामने आ रही थीं। मार्च महीने में तो असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सुष्मिता देव के इस्तीफे की अटकलों को खारिज करना पड़ा था। उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। देव दिवंगत दिग्गज कांग्रेसी संतोष मोहन देव की बेटी हैं। 2014 में पहली बार सिलचर की पारिवारिक सीट से संसद पहुंची थी।