केंद्र सरकार ने सेल समेत महारत्न व नवरत्न कंपनियों को पूंजीगत निवेश बढ़ाने को कहा
बीएसप को भी संचालित करती है सेल
सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने सरकार की एक और पहल
नई दिल्ली/रायपुर नवप्रदेश। भिलाई स्टील प्लांट (bhilai steel plant) में उत्पादन (production) में तेजी देखने को मिल सकती है, क्योंकि यहां पूंजीगत निवेश (capital investment) में वृद्धि (increase) होने वाली है। और हो सकता है कि इसकी वजह से यहां रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा मिले।
दरअसल केंद्र सरकार (central government) ने सूस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए आधारभूत ढांचा क्षेत्र से जुड़े मंत्रालयों के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की सेल समेत महारात्न (maharatna) तथा नवरत्न (navratna companies) कंपनियों को पूंजीगत व्यय बढ़ाने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि भिलाई स्टील प्लांट को सेल ही संचालित करती है। नवप्रदेश को आधिकारिक सूत्रोंं से प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां भी निवेश (capital investment) बढऩे के पूरे आसार हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को सभी महारात्न और नवरत्न कंपनियों के उ’चाधिकारियों के साथ एक बैठक की। उन्होंने चालू वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय के उनके लक्ष्यों, अब तक किये व्यय और अगली दो तिमाहियों के लिए पूंजीगत व्यय योजना की समीक्षा की। इसमें वित्त सचिव राजीव कुमार, वित्तीय मामलों के सचिव अतनु चक्रवर्ती और व्यय सचिव जीसी मुर्मू भी मौजूद थे। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र की 32 कंपनियों के प्रमुखों या उनके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
शुक्रवार को मंत्रालयों के सचिवों की हुई थी बैठक
उल्लेखनीय है कि सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए किये जा रहे विभिन्न प्रयासों की श्रृंखला में सरकार पूंजीगत व्यय बढ़ाने (capital investment) की भी पूरी कोशिश कर रही है। वित्त मंत्री ने शुक्रवार को बुनियादी ढांचा क्षेत्र में काम करने वाले बड़े मंत्रालयों के सचिवों के साथ एक बैठक कर उनकी पूंजीगत व्यय की समीक्षा की थी और व्यय बढ़ाने तथा त्योहारों से पहले छोटे तथा मझोले उद्योगों के बकाया के भुगतान का निर्देश दिया था।
नवरत्न व महारत्न कंपनियों केे प्रमुखों को बैठक में बुलाया गया था। उनसे अपने यहां चल रहे प्रोजेक्ट्स के कामों में तेजी लाने के लिए कहा गया है। दूसरे शब्दों में ये कह सकते हैं कि उन्हें पूंजीगत निवेश (capital investment) को रफ्तार देनी होगी। जिससे इन कंपनियों से जुड़े संयत्रों में भी निवेश बढ़ेगा, जिसमें भिलाई स्टील प्लांट भी शामिल है।
– जीसी मुर्मू, व्यय सचिव, केंद्रीय वित्त मंत्रालय (नवप्रदेश से चर्चा में कहा)