चंद्रशेखर धाेटे/भिलाई। भिलाई (Bhilai) के एक युवा आईटी एक्सपर्ट (it expert) चीन को अपने ब्रेन से धूल चटा रहा है। दरअसल चाइनीस वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक (tik tok) को मात देने में प्रदेश के भिलाई (bhilai) निवासी आईटी एक्सपर्ट (it expert) सुमित घोष (sumit ghosh) का बनाया ‘चिंगारी’ (chingari) नाम का ऐप बड़ी भूमिका अदा कर रहा है।
चीन के विरोध के बीच अब इस ऐप के प्रति लोगों को रुझान बढ़ रहा है। नवप्रदेश से खास बातचीत मेंं सुमित ने बताया कि रविवार की सुबह तक 25 लाख लोगों ने इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड भी कर लिया है। उन्होंने बताया कि लोग अब टिक टॉक (tik tok) को डिलीट कर ‘चिंगारी’ को डाउनलोड कर रहे हैं। सुमित ने दुर्ग के भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्रोलोजी कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की ही है। सुमित की इस उपलब्धि पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अरुण अरोरा ने उन्हें बधाई दी है।
चीनी उत्पादों की जलाई जा रही होली
उल्लेखनीय है पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर पिछले कुछ दिनों से भारत और चीन के बीच तनातनी का माहौल चल रहा है। चीनी सेना द्वारा धोखे से किए गए हमले में भारत केे 20 जवान भी शहीद हो चुके हैं। इनमें छत्तीसगढ़ का भी जवान शामिल हैं। झड़प में चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर है। बहरहाल इस हिंसक झड़प के बाद से छत्तीसगढ़ समेत देशभर में चीनी वस्तुओं का बहिष्कार किया जाने लगा है। लोगा चीन उत्पादों की होली जला रहेे है। व्यापारी भी चीनी वस्तुओं के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। देश में चीन मोबाइल ऐप का भी बहिष्कार किया जाने लगा है। ऐसे में भिलाई के सुमित घोष का बनाया ऐप चिंगारी लोगों के इंटरटेन के काम आ रहा है।
आनंद महिंद्रा ने भी किया डाउनलोड
देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी सुमित घोष (sumit ghosh) के आविष्कार का लोहा माना है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है- मैंने कभी अपने मोबाइल में टिक टाॅक डाउनलोड नहीं किया। लेकिन चिंगारी को डाउनलोड किया है। वहीं सुमित के एम्पलाइज को हैंडल करने के लिए बनाए एक ऐप को आईटीसी जैसी कंपनी खरीद चकी है।
हर दिन 5-6 लाख डाउनलोड
सुमित ने नवप्रदेश को बताया कि उन्होंने भारत-चीन के बढ़ते तनाव के चलते 10 जून को सोशल मीडिया पर टिक टॉक को डिलिट कर चिंगारी डाउनलोड करने की अपील की थी। उनकी इस अपील को उनके दोस्तों ने खूब शेयर किया और अब आलम ये है कि महज 18 दिन के अंदर ही 24 लाख नए यूजर्स से चिंगारी को डाउनलोड करना शुरू कर दिया। बकौल सुमित हर दिन करीब 5-6 लाख भारतीय राष्ट्र के प्रति अपनी भावना के अनुरूप इस ऐप को खुद होकर डाउनलोड कर रहे हैं। इसके लिए किसी को कोई पैसा नहीं दिया जा रहा है। सुमित ने बताया कि चिंगारी को बनाने में उन्होंने 40-50 लाख रुपए इन्वेस्ट किए हैं।
2 साल का वक्त लगा बनाने में
सुमित ने बताया कि ‘चिंगारी’ ऐप बनाने में उन्हें करीब 2 साल का समय लगा। इस ऐप को भारतीय यूजर्स की मांग व जरूरतों को दृष्टिगत रखते हुए बनाया गया है। अब चीनी वस्तुओं के बहिष्कार केे उठते स्वरों के बीच चिंगारी ऐप को डाउनलोड करने वालों की संख्या दिनबदिन बढ़ रही है। यह ऐप जिस टीम के साथ मिलकर बनाया है, उसमें ओडिशा व कर्नाटक केे आईटी एक्सपर्ट (it expert) भी शामिल हैं।
बंगलुरु, भिलाई में ऑफिस, सिलिकान वैली में आना-जाना
सुमित घोष ने 2009 में कंपनी ग्लोबस सॉफ्ट की स्थापना की। उनका एक ऑफिस भिलाई (bhilai) के टीटी नगर में हैं वहीं बंगलुरु के आईटी पार्क में भी ऑफिस है। भिलाई (bhilai) ऑफिस परिसर में सुमित ने अपने एम्पलाइज के लिए जिम व फिटनेस सेंटर की भी व्यवस्था कर रखी है। बकौल सुमित उनका अमरिका के आईटी हब सिलिकॉन वैली में आना-जाना लगा रहता है। सुमित की कंपनी ग्लोबस सॉफ्ट आईएसओ सर्टिफाइड 100 पर्सेंट एक्पोर्ट ओरिएंटेड है।