भिलाई, 28 मई| Bhilai Businessman Fraud Case : ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर छलावा—भिलाई के मयंक पुरी गोस्वामी को ज्यादा मुनाफे की चाह में एक साइबर गिरोह ने करीब 41.52 लाख रुपये की चपत लगा दी। ये घटना केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि डिजिटल युग में सतर्कता की बड़ी सीख है।
क्या था मामला?
विद्युत नगर दुर्ग के निवासी मयंक पुरी गोस्वामी, जो शेयर ट्रेडिंग के अनुभवी व्यवसायी हैं, उन्हें व्हाट्सएप पर “रिया गुप्ता” नामक प्रोफाइल से एक संदिग्ध ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का निमंत्रण मिला। शुरुआत में छोटे निवेश पर मुनाफा और तत्काल भुगतान से विश्वास बढ़ाया गया। जैसे-जैसे रकम बढ़ी, मुनाफा भी बढ़ता दिखाया गया—लेकिन वो सिर्फ वेबसाइट की स्क्रीन पर।
तीन सफल निकासी के बाद मयंक ने एक बार में 47,000 डॉलर निकालने की रिक्वेस्ट डाली, जिसके बाद बताया गया कि उनके अकाउंट को “सुरक्षा कारणों से” होल्ड कर दिया गया है और अब 100% वेरिफिकेशन फीस देनी होगी।
यहीं मयंक को हुआ एहसास—वो एक बड़ी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो चुके हैं।
पुलिस ने अज्ञात मोबाइल धारक के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66D और भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4)-BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
वेब पाठकों के लिए चेतावनी:
“ऑनलाइन निवेश करते वक्त हमेशा आधिकारिक प्लेटफॉर्म और एप्स का ही उपयोग करें। व्हाट्सएप या सोशल मीडिया से मिले अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे सामने वाला कोई भी नाम ले रहा हो।”