रायपुर/नवप्रदेश। Bhent Mulakat : मुख्यमंत्री बघेल का 90 विधानसभा क्षेत्रों में भेंट- मुलाकात अभियान 4 मई से प्रारंभ हुआ है। मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में 4 मई से 11 मई तक सरगुजा संभाग की 7 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। इसके बाद वे द्वितीय चरण में 18 से 20 मई तक बस्तर संभाग की तीन विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर रहे। CM बघेल इसके बाद 23 से 28 मई तक बस्तर संभाग के 6 विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर रहे।
भेंट-मुलाकात अभियान के तहत CM बघेल का अब तक सरगुजा संभाग की सामरी, रामानुजगंज, प्रतापपुर, भटगांव, प्रेमनगर, लुंड्रा, सीतापुर तथा बस्तर संभाग की कोंटा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाडा, चित्रकूट, जगदलपुर, बस्तर, कोंडागांव और केशकाल विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर आम जनता से रूबरू हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस अभियान के तहत अब तक प्रदेश के 9 जिलों के 16 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया है।
तृतीय चरण में मुख्यमंत्री बघेल का बस्तर संभाग के भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आज रवाना हुए। इसके पहले उन्होंने कई मुद्दों पर पत्रकारों से बात की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश-
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का कहना है कि सर मस्जिद में मंदिर ढूंढने की जरूरत नहीं है इस पर आपका क्या कहना है?
देखिए अभी (Bhent Mulakat) तो एक 370 का ढिंढोरा बहुत पीट रहे थे 370 भी हट गया जम्मू कश्मीर को तीन टुकड़े में बांट डालें चुने हुए सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लागू कर दिए और राज्यपाल बैठे हुए हैं आज कश्मीरी पंडित मारे जा रहे हैं हिंदू मारे जा रहे हैं तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। कल जम्मू में सारे जो हिंदू कर्मचारी अधिकारी हैं वह रैली निकाले। वहां और जाना नहीं चाहते इसके बारे में सरकार क्या कर रही है।। भारत सरकार को बोलना चाहिए राज्यपाल को बोलना चाहिए कि वहां पर लोगों को सुरक्षा क्यों नहीं दे पा रहे हैं । जब आप अधिकारी कर्मचारी को सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं तो आम जनता को कैसे सुरक्षित रखेंगे। वहां हिंदू मारे जा रहे हैं कश्मीरी पंडित मारे जा रहे हैं इसका जिम्मेदार कौन है।
पिछले 5 महीने में तेरा हिंदुओं को मारे गए?
वह तो कह रहे थे कि 370 हटा देने से और तीन राज्य में बांट देने से विशेष दर्जा हटा देने से सब ठीक हो जाएगा सब कुछ हट गया फिर अब स्थिति सामान्य क्यों नहीं है
जब इनको कश्मीर फाइल देखने की फुर्सत थी और आज जब हिंदू मारे जा रहे हैं तो बीजेपी मौन क्यों है। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के लोग तो महत्वपूर्ण बात यह है कि इनकी जो रणनीति है पूरी तरीके से फेल हुई है। इनकी जो सोच है वह सही नहीं थी। यह लोग तो पहले कहते थे 370 हट गया अब जाकर कश्मीर में जमीन खरीदेंगे मकान बनाएंगे यह सब बात करते थे और भी बात कह देते। उससे भी बड़ी बड़ी बातें कह रहे थे लेकिन अब स्थिति क्या है जस के तस।
प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है ?
जो पेंशन के कारण से सारा पैसा जो नई पेंशन योजना लागू किए थे उसके कारण से सारा पैसा भारत सरकार के पास जमा हो जाता है क्योंकि हम पुराने पेंशन स्कीम को लागू किए हैं। वह राज्य का जो हिस्सा है उसे वापस करना चाहिए ताकि हम ओल्ड पेंशन स्कीम जो लागू की है उसका लाभ कर्मचारी अधिकारी है उसे मिल सके।
हरियाणा के विधायकों से कल रात मिलने गए थे सब ठीक हैं?
सब ठीक है और प्रशिक्षण ले रहे हैं
मोदी सरकार के 8 साल पूरे पर बीजेपी स्वर्णिम वर्ष बना रही है?
स्वर्णिम यह है कि कश्मीर के मामले में वह क्या बोलते हैं महंगाई के मामले में क्या बोलते हैं पेट्रोल और डीजल गैस सिलेंडर के मामले में क्या बोलते हैं रोजगार के मामले में क्या बोलते हैं लगातार यह रेलवे में भर्ती बंद कर दिए हैं सेना में भर्ती बंद कर दिए हैं और लगातार जो सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने का काम कर रहे हैं एक नौकरी का अवसर है उसे भी खत्म करते जा रहे हैं इससे जो आरक्षण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति ,ओबीसी को मिलता था वह भी बंद होता जा रहा है इसके बारे में वह क्या बोलते हैं। वह कहते हैं आरक्षण मिलना चाहिए लेकिन नौकरी ही नहीं रहेगी तो आरक्षण कैसे मिलेगा।
हरियाणा और राजस्थान में जो परिस्थितियां बनी हुई है प्रत्याशी डरे हुए हैं क्या खरीद-फरोख्त की आशंका है क्या?
भारतीय जनता पार्टी (Bhent Mulakat) खरीद-फरोख्त तो कर ती ही है और जिन राज्य में होता है वहां के नेताओं को भी दल बल और छल के साथ अपनी पार्टी में लाते हैं क्या है मध्यप्रदेश की बात कहो, दक्षिण की बात कहो, बंगाल की बात करें ,आसाम की बात करें और अभी गुजरात में आप देख ले क्या चल रहा है तो इनकी कार्यशैली ही यही है इससे जो चुने हुए जनप्रतिनिधि है । उसका सम्मान तो करना है नहीं पर बहुमत ना होते हुए भी प्रत्याशी खड़ा करना इसका मतलब यही है वह खरीद-फरोख्त करना चाहते हैं।