नवापारा\राजिम, 17 जुलाई। Bharatmala compensation scam : अभनपुर में भारतमाला प्रोजेक्ट से जुड़े मुआवज़ा घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में भाजपा के दो नेता जिसमें पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कुंदन बघेल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य खेमराज कोसले समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें जल संसाधन विभाग के दो अधिकारी भी शामिल हैं। मामले में अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, भारतमाला परियोजना के तहत किसानों को दी गई मुआवज़ा राशि में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ सामने आई हैं। इस घोटाले में लगभग 43 करोड़ रुपये का गबन किया गया है। ईओडब्ल्यू-एसीबी ने इस मामले में केस दर्ज कर 20 से ज़्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, जिसमें कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज़ और संपत्ति से जुड़े सबूत मिले (Bharatmala compensation scam)थे।
सूत्रों के अनुसार, तत्कालीन एसडीएम निर्भय साहू, तहसीलदार शशिकांत कुर्रे और अन्य राजस्व अधिकारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। जांच में पता चला कि दलालों और अधिकारियों ने करोड़ों रुपए की मुआवजा राशि का बंदरबांट किया है। ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने अभनपुर, आरंग, दुर्ग और भिलाई समेत कई जगहों पर कार्रवाई की।
भाजपा के कुंदन बघेल, खेमराज कोसले समेत 6 आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों में जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त अमीन गोपाल राम वर्मा, नरेंद्र कुमार नायक, अभनपुर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कुंदन बघेल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य खेमराज कोसले, पुनाराम देशलहरे और भोजराम साहू शामिल (Bharatmala compensation scam)हैं। गोपाल राम वर्मा, नरेंद्र कुमार नायक को 23 जुलाई और बाकी चार को 18 जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया है। अब ईओडब्ल्यू सभी से पूछताछ करेगी।
बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने जानबूझकर फर्जी रिपोर्ट दी थी। बाकी आरोपियों ने फरार राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत कर बंटवारा, मुआवजा निर्धारण और प्रक्रिया में धोखाधड़ी कर किसानों से कमीशन के रूप में मोटी रकम वसूली थी।