0 मिडिया की खबर साउथ 24 परगना में TMC कार्यकर्ताओं ने लोगों को डराकर वोट डलवाए
0 बमबारी भी हुई, दो वर्ष बाद एक बार फिर नंदीग्राम में शुभेंदु-ममता समर्थक आमने सामने
कोलकाता/नवप्रदेश डेस्क। Bengal Panchayat Election : पश्चिम बंगाल में चुनाव तो पंचायत का हो रहा है लेकिन माहौल पिछले विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा रक्तरंजित हो गया है। समाचार लिखे जाने तक चुनाव का मतदान प्रतिशत सिर्फ 26 फीसदी था और सुबह 11 बजे तक 9 हत्याएं दर्ज की गई थीं। नंदीग्राम के साथ ही पुरे बंगाल में पंचायत चुनाव भी एक बानगी बीजेपी वर्सेस तृणमूल हो गया है।
सीधे शब्दों में कहें तो बाईट दो वर्षों बाद एक बार फिर से शुभेंदु और मंमता के बीच टक्कर है। वर्चस्व की लड़ाई बने बंगाल के चुनाव में रंगदारी, रक्तरंजित प्रकरण और खुलकर बमबारी करने के बाद दरकार मतदान करवाने की ख़बरें आ रही हैं। बता दें सेन्ट्रल की रिजर्व फ़ोर्स की मौजूदगी में हो रहे पंचायत चुनाव में भी मतदाता, मतदान और मतपेटियां सुरक्षित नहीं है।
मिडिया ख़बरों के मुताबिक माहौल विधानसभा चुनाव जैसा है और ऐन वक्त में TMC ने 80% कैंडिडेट बदल दिए। बता दें कि राज्यभर में हिंसा की आशंका के बीच नजर नंदीग्राम पर है। 16 साल पहले ममता बनर्जी के सत्ता तक पहुंचने का रास्ता यहीं से निकला था। सियासी जानकारों का कहना है कि एकदम शांत रहने वाले नंदीग्राम में 2007-08 में वॉर जोन जैसे हालात बन गए थे।
एक तरफ पुलिस और लेफ्ट का कैडर था, दूसरी तरफ ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस। ये हाल 11 महीने तक रहा। तब ममता के सिपहसालार थे शुभेंदु अधिकारी।16 साल बाद नंदीग्राम में फिर दोनों की चर्चा है। तब शुभेंदु ममता के साथ थे, इस बार सामने हैं। जबकि दोनों नेता चुनाव नहीं लड़ रहे लेकिन इनके प्रत्याशियों की जीत-हार दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा बन गई है।