बीजापुर जिले की मद्देड़ पुलिस ने जंगल के रास्ते हो रही गोकशी तस्करी को नाकाम कर दिया। 83 गौवंश बरामद और 7 तस्करों को धर दबोचा गया – तेलंगाना से आए थे आरोपी।
Beejapur Cow Smuggling : जिले के मद्देड़ थाना पुलिस ने गौ-तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 83 गौवंशीय पशुओं को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया है। इस अभियान में तेलंगाना के 7 तस्कर भी पकड़े गए हैं, जो जंगल के रास्ते से गायों को अवैध रूप से ले जा रहे थे।
गुप्त सूचना पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मद्देड़ पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि मिनकापल्ली-तारलागुड़ा के जंगल रास्ते से बड़ी संख्या में गौवंशों को तेलंगाना के एटुनगरम इलाके की ओर ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने टीम बनाकर जंगल में घेराबंदी की और मौके पर ही तस्करों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
जंगल में हांके जा रहे थे मवेशी
ग्राम मिनकापल्ली के पास पुलिस(Beejapur Cow Smuggling) ने देखा कि कुछ लोग जंगल के रास्ते गायों को हांकते हुए ले जा रहे थे। पूछताछ करने पर पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम बताए –
अरचंच ईसलावत (26), रमेश मुनावत (25), भुक्य पंतलु (55), भुक्या मानसिंह (45), जरपल्ला कमलेश (22), दशरथ जरपल्ला (30), और अजमेरा रमेश (25) – ये सभी तेलंगाना के डोडला कोत्तुर और रेड्डीपल्ली गांवों के रहने वाले हैं।
कोई दस्तावेज नहीं, पूरी तस्करी अवैध
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों के पास पशु-परिवहन से जुड़े कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। ऐसे में पुलिस ने छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजा गया।
83 गौवंश सुरक्षित – कांजी हाउस भेजे गए
पुलिस ने सभी 83 गौवंशीय पशुओं(Beejapur Cow Smuggling) को एसडीएम भोपालपटनम के आदेश पर ग्राम पंचायत मद्देड़ के कांजी हाउस में सुरक्षित रखवा दिया है, जहां इनकी देखरेख की जा रही है।
मद्देड़ पुलिस की सराहना
स्थानीय ग्रामीणों और गौ-प्रेमियों ने मद्देड़ पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। लगातार बढ़ती तस्करी को देखते हुए लोगों ने प्रशासन से निगरानी और सख्ती बढ़ाने की मांग की है।