नई दिल्ली। IPS Ravi Mohan Saini: यूपीएससी परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की कहानियां बेहद दिलचस्प हैं। कुछ ने संघर्ष की अनोखी कहानियाँ लिखी हैं, कुछ ने सफल होने के लिए बहुत त्याग किया है, कुछ ने अपने बच्चों से दूर रहकर तैयारी की है और कुछ ने पूर्णकालिक नौकरी करके सफलता हासिल की है। उनमें से अधिकांश में एक बात समान है कि वे सभी बहुत बुद्धिमान हैं।
आईपीएस रवि मोहन सैनी को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ देखने वाला दर्शक उन्हें जानता है। 2001 में उन्होंने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ जूनियर में हिस्सा लिया और 1 करोड़ रुपये जीते। तब देश ने उनकी बुद्धिमत्ता की सराहना की। सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी उनके फैन हो गए।
कौन बनेगा करोड़पति जूनियर
रवि मोहन सैनी उस समय 10वीं कक्षा में थे। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, तब वह महज 14 साल के थे। वह अमिताभ बच्चन से मिलने के लिए कौन बनेगा करोड़पति में भाग लेना चाहते थे। हॉट सीट पर बैठकर और अमिताभ बच्चन के 15 कठिन सवालों का जवाब देकर वह कौन बनेगा करोड़पति जूनियर बन गए।
पिता से मिली प्रेरणा
रवि मोहन सैनी अपने पिता से प्रेरित थे। उनके पिता नौसेना में अधिकारी थे। उन्होंने जयपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री पूरी की है। लेकिन वह सिर्फ डॉक्टर नहीं बनना चाहते थे। उनका लक्ष्य सिविल सेवा परीक्षा पास करना था। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने कोई ट्रेनिंग नहीं ली।
रवि मोहन सैनी 2012 में यूपीएससी मेन्स परीक्षा पास करने में असफल रहे। इसलिए, 2013 में, उन्हें भारतीय डाक विभाग के लेखा और वित्तीय सेवा विभाग में सरकारी नौकरी के लिए चुना गया। फिर 2014 में, अपनी मेडिकल इंटर्नशिप के दौरान, वह फिर से यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए। इस बार वह ऑल इंडिया रैंक 461 के साथ पास हुए। रवि गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।