मुंबई/ए.। Amrita Fadnavis अमृता फडणवीस भी महाराष्ट्र में मंदिरों को खुलने वाले पत्र युद्ध में कूद गई। कल ट्वीट कर उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को घेरते हुए कहा कि बार, रेस्टोरेंट खुल सकते है पर मंदिर नहीं। इसके पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच एक पत्र युद्ध छिड़ गया। अधिकारियों और विरोधियों ने लगातार प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।
इस बीच अब विपक्षी नेता देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडऩवीस (Amrita Fadnavis) भी देर रात ट्वीट करके मैदान में कूद गईं। अमृता ने अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। इसके बाद शिवसेना की महिला मोर्चा ने अमृता को कड़ा जवाब दिया। शिवसेना ने अमृता फडऩवीस को ट्विटर पर आगे आने और बोलने की सीधी चुनौती दी है।
मुंबई महानगरपालिका हाउस के नेता विशाख राउत ने अकेले अमृता (Amrita Fadnavis) का उल्लेख किया। ‘वह कौन है? क्या कोई विधायक, सांसद, नगरसेवक है? वह राजनीति में कब आईं? राउत ने कहा कि उनके पति के मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने बात करना शुरू कर दिया।
वह एक पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी (Amrita Fadnavis) हैं। उसे उसी भूमिका में रहना चाहिए। हमें हिंदुत्व नहीं सिखाया जाना चाहिए। राजनीति में शिवसेना की यह चौथी पीढ़ी है। एक जानवर के रूप में आलोचना मत करो। हम संस्कृति का संरक्षण कर रहे हैं। अगर हम अपना मुंह खोलते हैं, तो हमारे मुंह छिपाने की कोई जगह नहीं होगी, ‘राउत ने अमृता फडऩवीस को जवाब दिया।
मंदिर खोलने के बारे में अमृता फडऩवीस ने क्या कहा?
वाह प्रशासन! बार और शराब की दुकान खुली है। तो क्या मंदिरों के खतरे क्षेत्र हैं? मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए अमृता फडऩवीस (Amrita Fadnavis) ने कहा, कुछ लोग नियमों को लागू करने में असमर्थ हैं, फिर उन्हें एक प्रमाण पत्र की आवश्यकता है।