बेंगलुरू । इस्लामिक बैंक चलाने वाला मंसूर खान लोगों को चूना लगाकर विदेश भाग गया है। मंसूर खान आई मॉनेटरी अडवाइजरी (आईएमए) के नाम से बैंक चलाता था। मंसूर ने लोगों को बड़े रिटर्न का वादा करके निवेश करने का लालच दिया व अब वह देश छोड़कर भाग गया है। एक चौंका देने वाली बात भी सामने आई है कि मंसूर ने सरकारी अधिकारियों पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए सुसाइड करने की भी बात कही थी। मंसूर ने मुस्लिम समुदाय से लगभग 1,500 करोड़ रुपए इक कर लिए थे। सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी मंसूर अपने खिलाफ पहली शिकायत दर्ज होने से पहले ही भाग चुका है। बेंगलुरु सिटी पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। पहली शिकायत मंसूर के करीबी दोस्त और बिजनस पार्टनर खालिद अहमद ने दर्ज कराई थी। उन्होंने मंसूर पर 4.8 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया था। इसके 24 घंटे बाद ही मंसूर की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई जिसमें वह सूइसाइड करने की बात कह रहा था।
यह ऑडियो क्लिप सुनकर लोगों ने पुलिस में शिकायत की लेकिन तब तक मंसूर भाग चुका था। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक शाम के 6:45 तक खान का इमिग्रेशन क्लियर हो गया और 8:45 पर उसने दुबई के लिए उड़ान भरी। शनिवार को वह अपनी कार खुद चलाकर एयरपोर्ट पहुंचा। बुधवार को आईएमए के सात डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया और खान की एसयूवी भी जब्त कर ली गई। पुलिस के मुताबिक खान ने बिजनस क्लास की सीट बुक की थी।
ज्ञात हो कि खान की ऑडियो क्लिप आने के बाद लोगों ने आईएमए के ऑफिस पर हमला करने की भी कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने स्थिति संभाल ली। 2006 में लॉन्च हुई आईएमए एक इस्लामिक किंग और हलाल निवेश फर्म है, जिसने अपने संचालन को पोंजी स्कीम में बदलने से पहले हर महीने 14 फीसदी से 18 फीसदी तक रिटर्न का वादा किया था।