Ban on live telecast of security forces’ movement: भारत और पाकिस्तान के बीच जंग की संभावना को मद्देनजर रखकर सरकार एहतियाती कदम उठा रही है। जो स्वागत योग्य है। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया संस्थानों के लिए एडवाइजरी जारी की है कि वे रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की आवाजाही का सीधा प्रसारण न करें।
मीडिया संस्थान अपनी जिम्मेदारी जरूर समझेंगे। खबरिया चैनलों का यह भी फर्ज बनता है कि अपनी डिबेट में वे पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञों और पाकिस्तान के पत्रकारों को शामिल करना बंद करें। जो हमारे चैनलों पर भारत के खिलाफ जहर उगलते है।