बालोद,नवप्रदेश। नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष विकास चोपड़ा अपने पिछले कार्यकाल के दौरान जब प्रदेश में भाजपा की सत्ता थी तो संजारी क्लब बालोद में एक शिलालेख निकाले जाने के मामले में अपने पार्षदों सहित जेल गए थे। 4 दिन तक वे जेल में थे। भाजपाइयों की शिकायत पर उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
6 साल बाद इस मामले में कोर्ट ने उन्हें दोषमुक्त किया। जिसके बाद नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा सहित अन्य दोष मुक्त हो गए। अध्यक्ष सहित सभी तत्कालीन पार्षदों का लोगों ने स्वागत किया और इसे सत्य की जीत बताया।
विकास चोपड़ा ने बताया संजारी बालोद शिलान्यास केस में आज हम चारों को बालोद न्यायालय द्वारा दोषमुक्त कर दिया गया। भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में जिस तरह जिस कार्य का लोकार्पण भी नहीं हुआ था
उसके शिलान्यास पत्थर को उखाड़ने के झूठे मामले में मुझे नगर पालिका अध्यक्ष रहते हुए व दो पार्षद कमल निषाद, योगराज भारती,, तात्कालिक शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनोद शर्मा को चार दिन जेल में रहना पड़ा था
आज उस मामले में अधिवक्ता भेष साहू की जिरह के बाद हमे दोषमुक्त कर दिया गया। सत्य की हमेशा जीत होती है, आज भी हुई। यह जीत इस बात की ओर इशारा भी है कि बीजेपी सरकार में किस हद तक तानाशाही हावी थी।