रायपुर/नवप्रदेश। Baghel ki Bhent : भेंट- मुलाकात के तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज हेलीकॉप्टर से बालोद जिले के गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेलौदी (हल्दी) पहुंचे। बेलौदी में देवी मां के दर्शन के बाद वह गांव सरपंच कांतिबाई सारथी के घर पहुंचे और उनके दिवंगत पुत्र भूपेंद्र सारथी (ईशु) के चित्र पर माल्यार्पण कर शोक जताया।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत की पत्नी शिल्पा को ढांढस बंधाते हुए कहा कि मृतक भूपेन्द्र की कमी तो पूरी नही हो सकती। अब मासूम कान्हा की परवरिश अच्छे से करनी होगी। उन्होंने शिल्पा के सिर पर हाथ रखकर दुखी न होने का अनुरोध किया। स्व. भूपेन्द्र की मृत्यु एक सप्ताह पहले, 12 सितंबर को हो गई थी।
सभा स्थल पर पहुंचकर ली चुटकी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात स्थल पर (Baghel ki Bhent) पहुंचे। यहां अपनी बात शुरू करने से पहले उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा – “उत्साह ल कम करहु तभे तो गोठियाहु”। उन्होंने कहा कि पहले चरण में मैं बस्तर और सरगुजा, गौरेला पेंड्रा मरवाही गया फिर रायगढ़, अब आपके पास गया हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आपके बीच आकर बहुत खुशी हो रही है। बेलौदी में भेंट-मुलाकात में आकर अच्छा लग रहा है। मैं जानने आया हूँ कि आप सभी को योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं, जिस पर सबने एक स्वर में कहा – मिल रहा है। कबीर को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि निंदक नियरे राखिये।
CM बघेल ने कहा कि, मैं जानना चाहता हूं कि क्या कमी रह गई है उसे भी दूर करेंगे। उन्होंने पूछा- किसका राशन कार्ड बना। लोगों ने कहा कार्ड बना है। एक हितग्राही के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सास बहू साथ में रहो, कार्ड के लिए अलग होना सही नहीं है। हल्दी निवासी देववती साहू ने बताया कि हम 3 लोग हैं। नमक शक्कर, चांवल सब सस्ते दाम में मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने पूछा- पहले मिल रहा था क्या जिस पर देववती ने जवाब दिया- आपके समय में कार्ड बना।
35 हजार कर्जमाफी की खुशी भी बांटी
शत्रुघ्न ने बताया कि उसका 35 हजार का कर्ज माफ हुआ है। दो साल से राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिल रहा है। इस बीच शत्रुघ्न ने उत्साहपूर्वक “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया” का नारा लगाया। डोमार सिंह साहू ने बताया कि 3 लाख कर्ज माफ हुआ, 38 हजार रुपए का 4 से भी अधिक बार न्याय योजना का लाभ मिला है, इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा- इतना अतिरिक्त पैसा मिला तो क्या किया। डोमार ने बताया कि बेटे की शादी की। मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि लड्डू नहीं खिलाये भैया। मुख्यमंत्री ने डोमार सिंह की बहु पूर्णिमा से पूछा- क्या लिया ससुर जी ने, तो बहु ने कहा कि मेरे लिए कार लेंगे।
बच्चे का वजन पर भी CM की नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में जिन्होंने अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, अपना नाम लिखा लें, साल का 7 हजार रुपये मिलेगा। भेंट-मुलाकात के दौरान गोमती साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से मेरे बच्चे का वजन तेजी से बढ़ गया, मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनीमिक महिलाओं के पोषण के लिए भी व्यवस्था है। एक हितग्राही ने अपने दिव्यांग बच्चे की समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रखी, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सभी बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हम कार्य कर रहे हैं। इन्हें विशेष स्कूल भेजें, इसके लिए जिलों में सुविधा है।
बेलौदी गांव के सरपंच शशिकला की मांग पर भाठागांव में पानी और बिजली की बेहतर व्यवस्था करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए। चंचल महिला समूह की सदस्य ने बताया कि उनके समूह ने 51 हजार रुपए का वर्मी कम्पोस्ट बेचा है जिससे 28 हजार रुपए की शुद्ध कमाई हुई है। उनके समूह ने 15 हजार रुपए के कीटनाशक बेचे हैं।
इस दौरान समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री से 10 साईकल की डिमांड की, जिस पर उन्होंने स्वेच्छानुदान के लिए तुरंत 50 हजार रुपए की स्वीकृत दे दी।
समर्थन मूल्य पर जताई खुशी
भोलाराम साहू ने सोलर पंप की मांग की, उन्होंने बताया कि सर्दी की फसल लेनी है और उन्होंने समर्थन मूल्य में धान की खरीदी प्रति एकड़ 18 क्विंटल करने की मांग की। उनकी बात सुनकर लोगों ने खूब ताली बजाई। भोलाराम ने समर्थन मूल्य पर खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलर पंप देंगे। जब तक हमर कका हे, टेंशन नहीं है। नरेंद्र सिंह ने कहा- मैं हल्दी ग्राम से हूं। चिटफण्ड कंपनी ने मुझे लूट लिया, तो मुख्यमंत्री ने कलेक्टर से पूछा जिस पर कलेक्टर ने बताया – लगातार वसूली की कार्रवाई जारी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहली बार चिटफण्ड कंपनियों (Baghel ki Bhent) के सैंकड़ों डायरेक्टर जेल में हैं। नागेश्वरी साहू ने कहा कि बेलौदी कॉलेज में अच्छी सुविधा नहीं है। लॉ नहीं है, भूगोल की कक्षा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा- अच्छी शिक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से पूछा- हाट बाजार मोबाइल वैन में कितना पैसा दिए ? इस पर ग्रामीण ने कहा कि वो तो फोकट म हे, फोकट में दवाई तको मिलत हे।