केंद्रशासित राज्य के पहले उपराज्यपाल मूर्मू पहली परीक्षा में सफल
जम्मू कश्मीर प्रशासन द्वारा किए गए उपायों से अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के दिन हर जगह रही शांति
श्रीनगर/रायपुर/नवप्रदेश। अयोध्या (#ayodhya) भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर (jammu kashmir) में प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त कर दिया था। जिसके वजह से पूरे राज्य में शांति (peace) रही।
पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई थी। प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को इसके बारे में सूचना भी दी गई। ऐसे ही तमाम अन्य उपाय कर इस केंद्र शासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल (first lieutenant governor) गिरीश चंद्र मुर्मू अपनी पहली परीक्षा में सफल हो गए।
तमाम मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को कश्मीर घाटी में शांति (peace) का माहौल रहा। कहीं से किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। वहीं नवपद्रेश द्वारा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू से बात करने पर उन्होंने भी कहा कि पूरे राज्य में अमन बना रहा। लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपने-अपने काम किए।
31 अक्टूबर, 2019 को इस केंद्र शासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल (first lieutenant governor) का पद संभालने वाले आईएएस गिरीश चंद्र मुर्मू की ओर से हर मोर्चे पर व्यापक सतर्कता बरती गई। यही वजह रही कि वे इस संवेदनशील केंद्र शासित राज्य (jammu kashmir) के पहले प्रमुख के तौर पर अपनी पहली परीक्षा को पार करने में सफल हो गए।
शुक्रवार की आधी रात से लगा दी गई धारा 144
सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो अयोध्या (#ayodhya) भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर पूरे राज्य में शुक्रवार की आधी रात से ही धारा 144 लागू कर दी गई थी। इसके बारे में शनिवार सुबह से लोगों को पुलिस द्वारा लाउडस्पीकर के जरिए इसके बारे में बताया जा रहा था।
स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए। शनिवार को तय परीक्षाओं को टाल दिया गया। शराब दुकानें भी बंद रही।जम्मू संभाग व श्रीनगर में सभी नाकोंं पर सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गई थी।