आतंकिस्तान को भारत विरोधी रवैए के लिए विश्व समुदाय लगातार झटके पर झटके देकर उसे झटकीस्तान बना चुका है। इसी कड़ी में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने कुल भूषण जाधव मामले में उसे तगड़ा झटका दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने आतंकिस्तान को लताड़ा है कि वह कुल भूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस न देकर वियना संधि का उल्लंघन कर रहा है।
समझ में नहीं आता कि दुनिया के किसी भी कानून को न मानने वाले आतंकिस्तान को एक दहशतगर्द देश घोषित करने में दिक्कत क्या है? भारत को चाहिए कि वह नापाकिस्तान को एक आतंकवादी मुल्क घोषित कराने के लिए अपने कूटनीतिक प्रयास तेज करें।