आतंकिस्तान में लोगों की आंतें भूख से कुलबुलाने लगी हैं। मटन मुर्गों के दाम लोगों की पहुंच से बाहर हो गए हैं। मजबूरी में वहां के लोग मांसाहार छोड़कर शाकाहारी बन रहे हैं किन्तु टमाटर की चटनी के लिए भी तरस रहे हैं। भूख से बिलबिलाते लोग आतंकिस्तानी खबरिया चैनलों पर इमरान खान को पानी पी-पी कर कोस रहे हैं। अब लोग रोटी और बोटी के बदले में बम और गोली तो नहीं खा सकते। ऐसा लगता है इस भूखमर्रीस्तान को भूख ही निगल जाएगी। बहुत जल्द आतंकिस्तान के भुक्खड़़ लोग खुद ही इमरान खान की तिक्का-बोटी एक कर देंगे।