रायपुऱ/नवप्रदेश। Assembly Braking : बुधवार को विधानसभा में धान के उठाव का मामला गूंजा। चर्चा के दौरान मंत्री अमरजीत भगत ने एक मुहावरे के जरिए डॉ. रमन सिंह पर टिप्पणी की, जिस पर बीजेपी सदस्यों ने गहरी आपत्ति जताई, हालांकि आसंदी ने उस टिप्पणी को विलोपित कर दिया, लेकिन मंत्री से माफी मांगे जाने की मांग करते हुए बीजेपी विधायक गर्भगृह में उतर गए। आखिरकार स्पीकर के निर्देश के बाद मंत्री ने अपनी विवादित टिप्पणी पर खेद जताया।
डॉक्टर रमन सिंह ने कहा (Assembly Braking) कि पिछले साल में उपार्जन केंद्रों से आज तक धान का उठाव नहीं हुआ है। इससे हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने पूछा कि सरकार की धान खरीदी की नीति की वजह से नीलामी की प्रक्रिया की गई। इससे कितना नुकसान हुआ? खाद्य मंत्री ने बताया कि 8 लाख 97 हजार मीट्रिक टन धान की नीलामी की गई. इससे 554 करोड़ की हानि हुई।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब (Assembly Braking) में बताया कि कुल 2311 उपार्जन केंद्रों से धान खरीदी हुई। कस्टम मिलरों को उपार्जन केंद्रों से 59.12 लाख मीट्रिक टन धान और संग्रहण केंद्रों से 20.18 मीट्रिक टन धान दिया गया। स्पीकर डॉक्टर चरणदास महंत ने मंत्री को निर्देश दिए। कहा कि 15 साल के मुख्यमंत्री यदि किन्ही विषयों पर चिंता कर रहे हैं, तो उनके कक्ष में जाकर उनके सवालों पर उन्हें संतुष्ट कर लें।