कोलकाता, नवप्रदेश।अर्पिता मुखर्जी के ऐडवोकेट ने उनकी जान को खतरे का दावा किया। उन्होंने कोर्ट में गुहार लगाई कि अर्पिता को डिविजन 1 प्रिजनर केटेगरी में रखा (Arpita Mukherjee) जाए।
इससे पहले बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता को सिटी सेशन कोर्ट में पेश किया गया। दोनों को 18 अगस्त तक हिरासत में भेज (Arpita Mukherjee) दिया गया है।
अर्पिता के वकील ने कहा कि उनकी जान को खतरा है। ईडी के वकील ने कहा, ‘उनको सर्व किया जाने वाला भोजन और पानी पहले टेस्ट करके देने की जरूरत है।’ पार्थ चटर्जी के वकील ने जमानत के लिए गुहार लगाते हुए कहा कि अब वह किसी के लिए हानिकारक नहीं है। वकील ने कहा, ‘अब वह राजनीतिक इंसान नहीं है और वह विधायक पोस्ट (Arpita Mukherjee) भी छोड़ने को तैयार हैं।’
ईडी ने अर्पिता की न्यायिक हिरासत की मांग की थी। अर्पिता और पार्थ दोनों को कोलकाता की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को 18 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। विशेष पीएमएलए अदालत के न्यायाधीश जिबोन कुमार साधू ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आग्रह पर चटर्जी और मुखर्जी को 14-14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।