Terrorist attack: जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों ने रजौरी में सेना के शिविर पर हमला कर दिया। भारतीय सेना के जवानों की सतर्कता के कारण इस हमले से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। सिर्फ एक सैनिक घायल हुआ। इसके बाद चली मुठभेड़ के बाद आतंकवादी भाग खड़े हुए।
यह जम्मू कश्मीर में पिछले माह के दौरान हुआ पांचवा हमला है। दरअसल जब से जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा की गई है तभी से वहां आतंकवादी गतिविधियां तेज हो गई है।
पाकिस्तान के इशारे पर वहां सक्रिय आतंकवादी जम्मू कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली के मार्ग पर अवरोध खड़ा करने के उद्देश्य से लगातार आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। और इसमें उन्हें स्थानीय लोगों की मदद भी मिल रही है। बहरहाल भारतीय थलसेना अध्यक्ष के जम्मू कश्मीर दौरे के बाद वहां सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी की गई है।
सैन्यबल भी बढ़ाया गया है ताकि बचे खुचे आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सेना और सुरक्षाबलों का अभियान तेज किया जा सके। इसके साथ ही अब यह भी आवश्यक है कि जम्मू कश्मीर के अलगाववादी सोच वाले स्थानीय लोगों की भी सघन जांच पड़ताल की जाए जो आतंकियों की मदद करते हैं।
आस्तीन के ऐसे सांपों का फन भी कुचला जाना निहायत जरूरी है। हाल ही में आतंकवादियों के ऐसे ही एक मददगार को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ जब तक कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित नहीं की जाएगी। तब तक जम्मू कश्मीर में बचे हुए मुट्ठीभर आतंकवादी इस तरह के कायराना हमले कर जम्मू कश्मीर में दहशत का माहौल बनाने की नाकाम काशिशें करते ही रहेंगे।