नई दिल्ली। मोदी सरकार 2.0 के गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को अपना कार्यभार संभाल लिया है। इस मौके पर गृह मंत्रालय के दफ्तर को काफी सजाया गया था। नॉर्थ ब्लॉक में केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गाबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शाह का स्वागत किया। कार्यभार संभालने के बाद गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और जी किशन रेड्डी ने शाह से मिले। गृह मंत्री को पीएम के बाद महत्वपूर्ण पद माना जाता है और मोदी ने यह पद बीजेपी के चुनावी चाणक्य शाह को सौंपा है। शाह ने कार्यभार संभालने के बाद पीएम मोदी का शुक्रिया भी अदा किया। शाह से पहले पिछली सरकार में यह मंत्रालय राजनाथ सिंह संभाल रहे थे। इसबार राजनाथ को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं अबतक रक्षा मंत्रालय संभाल रहीं निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय दिया गया है। अबतक वित्त मंत्रालय अरुण जेटली के पास था, लेकिन अब बीमारी के चलते उन्होंने कोई मंत्रालय नहीं लिया है। बता दें कि अमित शाह मोदी के गुजरात के सीएम रहने के दौरान वहां के गृह मंत्री भी रह चुके हैं।
कश्मीर, एनआरसी पर क्या होगा रुख?
बतौर बीजेपी प्रेजिडेंट अमित शाह ने कश्मीर के मुद्दे पर दो टूक राय रखी थी कि वह 370 और धारा 35-ए पर तुरंत फैसले लेंगे। वहीं नागरिकता संशोधन कानून बीजेपी के लिए चुनावी मुद्दा रहा है। अब शाह की मौजूदगी में ऐसे मुद्दों पर सरकार का रुख भी देखना दिलचस्प होगा।
कौन होगा अध्यक्ष?
अमित शाह के कैबिनेट में शामिल होने के बाद सवाल उठने लगा है कि अब बीजेपी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसे दी जाएगी। फिलहाल नए अध्यक्ष की दौड़ में जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव का नाम सबसे आगे चल रहा है। नए अध्यक्ष को एक साथ कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। न सिर्फ आने वाले एक साल में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों में पार्टी की परफॉर्मेंस बरकरार रखने की चुनौती होगी बल्कि नए अध्यक्ष को अमित शाह की कसौटी पर भी कसा जाएगा।