बिश्रामपुर में शनिवार दोपहर एक बड़ा हादसा (Ambikapur Car Accident) होते-होते टल गया, जब त्रिकुंडा से अंबिकापुर की ओर जा रही एक अर्टिगा कार अनियंत्रित होकर तुलसी नाला में जा गिरी।
हादसे में कार सवार तीन लोग वाहन के अंदर फंस गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों और पुलिस की तत्परता ने तीनों की जान बचा ली। सभी घायलों को उपचार के लिए पहले लटोरी अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया गया।
जानकारी के अनुसार अर्टिगा कार क्रमांक CG 30 AH 5275 में श्रवण पिता लक्ष्मण, दीना नाथ पिता महाजन गोंड और रामबरन पिता ललई राम, तीनों निवासी ग्राम बगड़ा थाना त्रिकुंडा जिला बलरामपुर, अंबिकापुर की ओर जा रहे थे। दोपहर करीब 1 बजे जैसे ही वाहन लटोरी चौकी क्षेत्र के तुलसी नाला पहुंचा,
कार अचानक अनियंत्रित होकर (Ambikapur Car Accident) पलटते हुए नाले में गिर गई। कार गिरते ही चीख-पुकार मच गई और स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। वाहन क्षतिग्रस्त होने से तीनों यात्री कार के अंदर फंस गए और खुद बाहर निकल पाना संभव नहीं था।
सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी लटोरी अरुण गुप्ता, प्रधान आरक्षक दिलेश्वर, आरक्षक विकास कुमार मिश्रा और शोभनाथ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद तीनों घायलों को कार से बाहर निकाला।
तुरंत बाद सभी को प्राथमिक उपचार के लिए लटोरी सीएचसी भेजा गया। वहां से उनकी स्थिति को गंभीर देखते हुए घायलों को मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया गया, जहां तीनों का इलाज जारी है।
हादसे के दौरान कुछ समय के लिए सड़क (Ambikapur Car Accident) पर यातायात बाधित हो गया था, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया और आवागमन सामान्य कराया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कार चालक श्रवण को सिर, चेहरे और दाईं आंख के पास गंभीर चोटें आईं हैं, जबकि अन्य दो घायलों को भी शरीर के कई हिस्सों में गंभीर जख्म लगे हैं।
पुलिस के अनुसार कार चालक का नियंत्रण अचानक बिगड़ने से वाहन सड़क से नीचे नाले में जा गिरा। कारणों की जांच जारी है। बताया गया कि मोड़ पर तेज रफ्तार के चलते वाहन का संतुलन बिगड़ सकता है। घटना स्थल के आसपास हाल के दिनों में कई वाहन फिसलने की सूचनाएं मिल चुकी हैं, जिसे देखते हुए स्थानीय लोग वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वाहन नियंत्रण को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि वाहन और गहराई में चला जाता या रात का समय होता, तो परिणाम और भी भयावह हो सकते थे। हालांकि पुलिस और ग्रामीणों की तत्परता के कारण (Ambikapur Car Accident) तीनों लोगों की जान बच गई।

