नई दिल्ली। Amar Jawan Jyoti : 70 दशक से शहीदों के नाम से जल रही मशाल इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति अब नेशनल वॉर मेमोरियल में जलता दिखाई देगा। यानी अब पर्यटक दिल्ली पहुंचकर इंडिया गेट नहीं बल्कि नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को नमन करेंगे।
21 जनवरी,शुक्रवार को अमर जवान ज्योति की मशाल की लौ को नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल में मिलाया गया। जिसके बाद अमर जवान ज्योति की मशाल हमेशा के लिए लुप्त हो गई। शहीदों को श्रद्धांजलि देने और देश के प्रति उनके बलिदान को याद रखने के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल अब जलती रहेगी।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीदों को श्रद्धांजलि देने नेशनल वॉर मेमोरियल ही जाएंगे। कुछ दिन पहले ही देश के अलग अलग कोनों से आई स्वर्णिम विजय वर्ष की मशाल को भी नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल में मिलाया गया था। करीब तीन साल पहले नेशनल वॉर मेमोरियल बनकर तैयार हुआ था। यह इंडिया गेट के पास 40 एकड़ जमीन पर 176 करोड़ रुपये की लागत से बना है।
नेशनल वॉर मेमोरियल देश का इकलौता ऐसा मेमोरियल है जहां ट्राई सर्विस यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के सैनिकों के नाम एक छत के नीचे हैं। ब्रिटिश सरकार ने पहले विश्व युद्ध में और अफगान कैंपेन के दौरान मारे गए करीब 84 हजार भारतीय सैनिकों की याद में इंडिया गेट बनाया था। जिसके बाद 1971 युद्ध में शहीद सैनिकों के सम्मान में इसमें मशाल ‘अमर जवान ज्योति’ जलाई गई। अब इस मशाल की ज्योति नेशनल वॉर मेमोरियल की मशाल में मिल गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर मौजूद शहीदों के नाम मशल को स्थानांतरित करने के बाद इंडिया गेट सुना न रहे इसी दृष्टिकोण से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आदमकद मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट पर इसे साझा किया है। नेताजी की जयंती 23 जनवरी को होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण पीएम मोदी करेंगे।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, कि ‘ऐसे समय जब पूरा देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है, कि ग्रेनाइट से बनी उनकी भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी। यह उनके प्रति भारत के ऋणी होने का प्रतीक होगा।’ पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, कि ‘जब तक नेताजी सुभाष बोस की भव्य प्रतिमा पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनकी होलोग्राम प्रतिमा उसी स्थान पर मौजूद रहेगी।